अहमदाबाद, सात अप्रैल (भाषा) कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पार्टी के अधिवेशन से पहले सोमवार को कहा कि “कांग्रेस मुक्त भारत” जैसे नारों के बावजूद पार्टी आज भी मजबूती से खड़ी है तथा जनता उसकी ओर आशा से देख रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्मभूमि गुजरात कांग्रेस को इस चुनौतीपूर्ण समय में आगे का रास्ता दिखाएगा।
कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख खेड़ा ने संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि समाज का हर वर्ग, चाहे वह मध्यम वर्ग हो, दलित, आदिवासी या अल्पसंख्यक हों, केंद्र और गुजरात में भाजपा शासन के तहत ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
पार्टी की विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक आठ अप्रैल को सरदार वल्लभभाई पटेल स्मारक पर होगी। इसके बाद नौ अप्रैल को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का अधिवेशन होगा।
साबरमती आश्रम और कोचरब आश्रम के बीच साबरमती नदी के तट पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं, कार्य समिति के सदस्यों, सांसदों, और अन्य वरिष्ठ नेताओं समेत लगभग 1,725 निर्वाचित एवं चयनित एआईसीसी सदस्य भाग लेंगे।
पार्टी ने कहा कि अहमदाबाद अधिवेशन का विषय “न्यायपथ: संकल्प, समर्पण और संघर्ष” होगा।
खेड़ा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “आज हर वर्ग पीड़ित है। वे ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और कांग्रेस की ओर आशा से देख रहे हैं क्योंकि लोकतंत्र की हत्या हो रही है। इसलिए, एक जिम्मेदार राजनीतिक दल के रूप में यह हमारा कर्तव्य है कि हम आगे आएं और उन्हें आज के अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाएं।”
उनका कहना था, ” लोग भले ही कांग्रेस को देख रहे हैं, हम गुजरात को देख रहे हैं क्योंकि यह राज्य गांधी और सरदार पटेल की भूमि है, जिसने हमेशा हमें कठिन समय में रास्ता दिखाया है। यही कारण है कि हमारे नेतृत्व ने अधिवेशन के लिए इसे चुना है।”
उन्होंने कहा कि “कांग्रेस मुक्त भारत” जैसे नारों और इसे (पार्टी को) राजनीतिक मानचित्र से खत्म करने के प्रयासों के बावजूद, पार्टी “केवल एक राजनीतिक दल नहीं, बल्कि नागरिकों की आवाज है” के रूप में खड़ी है।
गुजरात विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता अमित चावड़ा ने कहा कि एआईसीसी अधिवेशन में राज्य और देश के लोगों से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।