जम्मू, सात अप्रैल (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि सरकार देश की सीमाओं की रक्षा के लिए इलेक्ट्रॉनिक निगरानी प्रणाली तैनात कर रही है और जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ को विफल करने के लिए सीमा के आसपास सुरंगों का पता लगाने एवं उन्हें नष्ट करने के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाएगा।
कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सीमा चौकी विनय के दौरे के दौरान बीएसएफ कर्मियों को संबोधित करते हुए शाह ने बल के योगदान की सराहना की और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए जवानों की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सीमाओं पर इलेक्ट्रॉनिक निगरानी प्रणाली तैनात कर रहे हैं, जिसके दो मॉडल हैं…अगर कुछ भी होता है (दुश्मन की तरफ से), तो आप तुरंत जवाब दे सकेंगे।’’
शाह ने कहा कि प्रौद्योगिकी से सुगमता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। गृह मंत्री ने कहा, ‘‘साथ ही भूमिगत सुरंगों की पहचान करने और उन्हें नष्ट करने के लिए तकनीकी साधन भी अपनाए जाएंगे।’’
उन्होंने पूरे वर्ष सीमाओं की रक्षा करने में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के समर्पण और निष्ठा की सराहना करते हुए कहा कि ‘‘असली चुनौती तभी समझ में आती है जब कोई उस स्थान का दौरा करता है।’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘ठंड, बारिश या भीषण गर्मी में जब तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है, तो आप दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखते हुए अग्रिम चौकियों पर 365 दिन और 24 घंटे तैनात रहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बीएसएफ का इतिहास उज्ज्वल है और पूरा देश राष्ट्र की रक्षा में उनकी भूमिका जानता है।’’ शाह ने कहा कि पाकिस्तान के साथ पिछले युद्धों में बीएसएफ का योगदान सेना के समान ही था।