गुवाहाटी, छह अप्रैल (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने रविवार को कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कमजोर होने का मतलब भारत के वैश्विक नेता बनने की राह में असंख्य बाधाएं पैदा होना।
भाजपा के 46वें स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शर्मा ने यह भी कहा कि जब तक सूरज-चांद रहेगा तब तक भाजपा देश की सेवा करती रहेगी।
उन्होंने कहा, “भाजपा के कमजोर होने का मतलब किसी व्यक्ति का कमजोर होना नहीं है। इसका मतलब एक विचारधारा और राष्ट्रीय गौरव का कमजोर होना है। भाजपा के कमजोर होने का मतलब भारत को विश्व मंच पर ले जाने के मार्ग में असंख्य बाधाएं पैदा होना है।”
शर्मा ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से आने वाले वर्षों में भारत को वैश्विक नेता बनाने का संकल्प लेने की अपील की।
उन्होंने कहा, “जब तक सूरज- चांद रहेगा, भाजपा देश की सेवा करती रहेगी, मैं यही कामना करता हूं। मैं आप सभी से अपील करता हूं कि देश की सेवा में खुद को समर्पित कर दें।”
शर्मा ने कहा कि आने वाले समय में कई वर्ग पार्टी की प्रगति और मजबूती की राह को कमजोर करने की कोशिश करेंगे।
उन्होंने कहा, “सोशल मीडिया का इस्तेमाल भाजपा को बदनाम करने और कमजोर करने के लिए किया जा सकता है। इसलिए हमें सोशल मीडिया पर भी मजबूत होना चाहिए ताकि हम लोगों तक सकारात्मक चीजें पहुंचा सकें।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्तिगत आकांक्षाओं से पहले राष्ट्र है और राष्ट्र हित से पहले कुछ भी नहीं आता।
उन्होंने दावा किया, “अगर भाजपा नहीं होती तो वक्फ जैसा ऐतिहासिक कानून पारित नहीं होता। इसी तरह, अगर भाजपा नहीं होती तो अनुच्छेद 370 निरस्त नहीं होता और न अल्पसंख्यक महिलाओं को तीन तलाक से छुटकारा मिलता। भाजपा के बिना पूर्वोत्तर में विकास नहीं हो सकता।”
शर्मा ने कहा कि भाजपा असम में जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मक छाप छोड़ने में सक्षम रही है और यही कारण है कि वह प्रत्येक स्वायत्त परिषद, नगर परिषद और पंचायत निकायों में शासन कर रही है।