हैदराबाद, केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने शनिवार को कहा कि जो लोग भारत में रहना चाहते हैं उन्हें ‘भारत माता की जय’ बोलना होगा।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री चौधरी यहां भाजपा द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
हैदराबाद में जन प्रतिनिधियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भाषा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उन्हें ‘एक सबक सिखाया जाना चाहिए’ और राज्य में राष्ट्रवादी सोच वाली एक सरकार बनानी चाहिए।
चौधरी ने कहा कि जो लोग भारत में कहते हैं कि वे ‘भारत माता की जय’ का नारा नहीं लगाएंगे, वे भाड़ में जाएं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में रहना है तो भारत माता की जय बोलना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत में रहकर क्या आप पाकिस्तान जिंदाबाद बोलेंगे।’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ बोलने वाले ही देश में रह सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यही कारण है कि मैं कहना चाहूंगा कि यदि कोई व्यक्ति जो भारत माता की जय नहीं बोलता है, हिन्दुस्तान व भारत पर विश्वास नहीं रखता है और पाकिस्तान जिंदाबाद में यकीन रखता है तो उसे पाकिस्तान चले जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि देश के लिए यह जरूरी है कि क्षेत्र में राष्ट्रवादी विचारधारा हो। उन्होंने कहा कि देश को सामूहिक प्रयासों से मजबूत किया जाना चाहिए।
विपक्षी गठबंधन के अपना नाम ‘इंडिया’ रखने का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री चौधरी ने शनिवार को आरोप लगाया कि ‘कांग्रेस के लोगों’ ने पहले महात्मा गांधी का ‘नाम चुराया’, उसके बाद ‘कांग्रेस’ नाम चुरा लिया, जिसका गठन मूल रूप से देश को आजादी दिलाने के लिए किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने इंडिया नाम रख लिया है। लेकिन, नाम चुराने का यह काम (वे) आज से नहीं कर रहे हैं। यदि उन्होंने सबसे पहले नाम चुराने का यह काम किया था, तो कांग्रेस के लोगों ने सबसे पहले महात्मा गांधी जी का नाम चुराया था। आज यह राहुल गांधी, सोनिया गांधी है। गांधी को चुराकर वे गांधीजी जैसा बनना चाहते हैं। उसी तरह वे इंडिया नाम भी चुराना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का गठन देश को ब्रिटिश शासन से आजादी दिलाने के लिए किया गया था और महात्मा गांधी ने कहा था कि स्वतंत्रता आंदोलन के बाद कांग्रेस हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘पहले, उन्होंने कांग्रेस नाम चुराया और फिर (महात्मा) गांधी का नाम, और आज ‘इंडिया’ नाम।’’
केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि ‘इंडिया’ नाम संप्रग सरकार के दौरान किये गये बुरे कार्यों को छिपाने के लिए रखा गया है, लेकिन इसे नहीं छिपाया जा सकता क्योंकि उनका इतिहास उनके भ्रष्टाचार को बयां कर रहा है।