आइजोल, 22 अगस्त (भाषा) मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने शुक्रवार को कहा कि मादक पदार्थ राज्य के लिए सबसे बड़ा खतरा है और उन्होंने इस समस्या से निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में एचआईवी/एड्स के प्रसार के मुख्य कारणों में से एक मादक पदार्थ हैं।
उन्होंने कहा, “मादक पदार्थों का इस्तेमाल हमारे लिए सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है। इस समस्या से सामूहिक रूप से लड़ना होगा।”
लालदुहोमा ने यहां मिजोरम पुलिस सेवा संघ (एमपीएसए) के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “जब हम मादक पदार्थों के खिलाफ बड़े पैमाने पर लड़ाई शुरू करते हैं, तो इसका मतलब है कि हम एचआईवी को और फैलने से रोक रहे हैं, साथ ही शारीरिक स्वास्थ्य और आध्यात्म के लिए भी अच्छा काम कर रहे हैं।”
उन्होंने मादक पदार्थों के खिलाफ लड़ाई और राज्य को देश के सबसे शांतिपूर्ण राज्यों में से एक बनाने में मिजोरम पुलिस सेवा (एमपीएस) अधिकारियों के योगदान की सराहना की।
लालदुहोमा ने कहा कि उनकी सरकार शुरू से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही है और प्रदेश सरकार ने तीन एमपीएस अधिकारियों की एक जांच शाखा स्थापित कर ‘लोकायुक्त’ को मजबूत किया है।
उन्होंने दावा किया कि सरकार ने हाल ही में 256 सिपाहियों की भर्ती भी की है, जो राज्य में अब तक की सबसे निष्पक्ष और पारदर्शी भर्तियों में से एक है।
मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों की मृत्यु दर में वृद्धि संबंधी एक रिपोर्ट पर चिंता व्यक्त करते हुए पुलिस अधिकारियों से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने का आग्रह किया।
उन्होंने पुलिसकर्मियों से खुद को जागरूक रखने और नए कानूनों से अच्छी तरह वाकिफ रहने का भी आग्रह किया।
लालदुहोमा ने पुलिस अधिकारियों को राज्य में शांति और विकास लाने के लिए अपने प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
राज्य सरकार में गृह मंत्री के. सपदांगा भी पुलिस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।