
शरीर का महत्त्वपूर्ण अंग त्वचा शरीर के निखार और सौंदर्य का बोध कराता है। यह नाजुक और नर्म त्वचा आपसे प्रतिदिन देखभाल चाहती है। बाजार में नित्य नए सौंदर्य प्रसाधन आते रहते हैं किन्तु यदि आप प्रतिदिन अपनी त्वचा की देखभाल की ओर ध्यान नहीं देती तो इन सौंदर्य प्रसाधनों पर किया गया खर्च व्यर्थ है। त्वचा की देखभाल न केवल सौंदर्य बढ़ाने के लिए बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी हितकारी है।
त्वचा की बाह्य देखभाल के साथ-साथ आंतरिक देखभाल भी बहुत आवश्यक है। प्रायः देखने में आता है कि लोग बाह्य देखभाल की ओर अधिक ध्यान देते हैं और नए-नए सौंदर्य प्रसाधन खरीदते रहते हैं। बाह्य देखभाल त्वचा के सौंदर्य को बढ़ाती है परन्तु आंतरिक देखभाल बिना किसी प्रसाधन के त्वचा की सुंदरता बढ़ाती है इसलिए बाह्य व आंतरिक देखभाल दोनों ही आवश्यक हैं।
अच्छी त्वचा के लिए अच्छा आहार और नियमित सफाई अत्यंत आवश्यक हैं। अपने आहार में अधिक से अधिक फल, सब्जियों व पानी का सेवन करें। विटामिन ए, बी, सी, तीनों ही त्वचा को आभा व सुंदरता प्रदान करते हैं। सबसे जरूरी है संतुलित भोजन जिसमें ताजे फल, सब्जियों का होना बहुत आवश्यक है। अधिक से अधिक पानी पीजिए।
त्वचा की बाह्य देखभाल भी उतनी ही जरूरी है जितनी आंतरिक देखभाल। त्वचा की बाह्य देखभाल के लिए हम साबुन का प्रयोग करते हैं परन्तु साबुन त्वचा को शुष्क बनाता है इसलिए ऐसे साबुनों का प्रयोग करें जो त्वचा के लिए घातक सिद्ध न हों , इसलिए फेस वाश का प्रयोग उचित है जो त्वचा को शुष्क नहीं होने देता। ऐसे कई और साबुन भी हैं जो त्वचा पर गलत प्रभाव नहीं छोड़ते।
इसके अतिरिक्त त्वचा की सफाई के लिए क्लींजिंग आयल व लोशन भी प्रयोग में लाए जा सकते हैं जो मेकअप और धूल कणों को साफ करके त्वचा के बारीक छिद्रों को खोल देते हैं। इसके अतिरिक्त और घरेलू प्रसाधन यानी मुल्तानी मिट्टी, बेसन, दही आदि से भी त्वचा को साफ रख सकती हैं। ग्लिसरीन में नींबू का रस निचोड़ कर स्नान के पूर्व लगा लें और कुछ देर बाद स्नान करें। इससे भी त्वचा में आभा आती है।
त्वचा से लगातार नमी घटती रहती है। इसकी कमी की पूर्ति माश्चराइजर करते हैं। बाजार में बहुत से माश्चराइजर्स उपलब्ध हैं। बाजार से कोई भी सौंदर्य प्रसाधन खरीदते समय ध्यान रखें कि वह अच्छी कास्मेटिक कंपनी द्वारा बनाए हुए होने चाहिए। उनकी क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए। इससे कई प्रकार की एलर्जी होने की संभावना भी होती है।
अगर आपकी त्वचा को कोई चीज एलर्जी करती है तो उसकी पहचान आसानी से की जा सकती है। किसी प्रसाधन के प्रयोग से त्वचा का रंग लाल पड़ रहा है, कोई सूजन, खुजली या जलन हो रही है तो उस प्रसाधन को तुरंत साफ कर दें व उसका प्रयोग कतई न करें।
त्वचा पर सूर्य की किरणों का तेज प्रभाव भी नुकसानदायक है क्योंकि तेज अल्ट्रा वायलेट किरणें त्वचा के आंतरिक भाग में पहुंच कर टिशूज को नष्ट कर देती है। इनसे बचने के लिए आप जब भी धूप में बाहर जाएं तो सनस्क्रीन लोशन लगाएं।
आज सौंदर्य प्रसाधनों द्वारा हम त्वचा को कई हानिकारक प्रभावों से बचा पाते हैं पर इसके लिए बहुत जरूरी है कि हमें इन प्रसाधनों की जानकारी हो और पता हो कि कौन सा प्रसाधन हमारी त्वचा के लिए उपयुक्त है। हमें इस बात का ज्ञान होना चाहिए कि हमारी त्वचा को किस चीज की आवश्यकता है।
आपको यह भी जान लेना चाहिए कि आपकी त्वचा कैसी है। अगर आपकी त्वचा तैलीय है तो आपको बिना ऑयल वाले माश्चराइजर का प्रयोग करना चाहिए। सूखी त्वचा के लिए माश्चराइजर का प्रयोग दिन में दो तीन बार करना चाहिए। अगर सामान्य त्वचा है तो प्रतिदिन माश्चराइजर का प्रयोग त्वचा की नमी नहीं खोने देता।
घरेलू उबटनों से भी आप त्वचा को कोमल बना सकते हैं। चेहरे की नमी बनाए रखने के लिए शहद, दही और अंडे की जर्दी का मिश्रण चेहरे पर कुछ देर लगाएं। यह उबटन चेहरे को नमी प्रदान करता है।
त्वचा के बाह्य व आंतरिक सौंदर्य दोनों की देखभाल द्वारा आप त्वचा को अनुपम सौंदर्य प्रदान कर सकते हैं।
त्वचा की बाह्य देखभाल के साथ-साथ आंतरिक देखभाल भी बहुत आवश्यक है। प्रायः देखने में आता है कि लोग बाह्य देखभाल की ओर अधिक ध्यान देते हैं और नए-नए सौंदर्य प्रसाधन खरीदते रहते हैं। बाह्य देखभाल त्वचा के सौंदर्य को बढ़ाती है परन्तु आंतरिक देखभाल बिना किसी प्रसाधन के त्वचा की सुंदरता बढ़ाती है इसलिए बाह्य व आंतरिक देखभाल दोनों ही आवश्यक हैं।
अच्छी त्वचा के लिए अच्छा आहार और नियमित सफाई अत्यंत आवश्यक हैं। अपने आहार में अधिक से अधिक फल, सब्जियों व पानी का सेवन करें। विटामिन ए, बी, सी, तीनों ही त्वचा को आभा व सुंदरता प्रदान करते हैं। सबसे जरूरी है संतुलित भोजन जिसमें ताजे फल, सब्जियों का होना बहुत आवश्यक है। अधिक से अधिक पानी पीजिए।
त्वचा की बाह्य देखभाल भी उतनी ही जरूरी है जितनी आंतरिक देखभाल। त्वचा की बाह्य देखभाल के लिए हम साबुन का प्रयोग करते हैं परन्तु साबुन त्वचा को शुष्क बनाता है इसलिए ऐसे साबुनों का प्रयोग करें जो त्वचा के लिए घातक सिद्ध न हों , इसलिए फेस वाश का प्रयोग उचित है जो त्वचा को शुष्क नहीं होने देता। ऐसे कई और साबुन भी हैं जो त्वचा पर गलत प्रभाव नहीं छोड़ते।
इसके अतिरिक्त त्वचा की सफाई के लिए क्लींजिंग आयल व लोशन भी प्रयोग में लाए जा सकते हैं जो मेकअप और धूल कणों को साफ करके त्वचा के बारीक छिद्रों को खोल देते हैं। इसके अतिरिक्त और घरेलू प्रसाधन यानी मुल्तानी मिट्टी, बेसन, दही आदि से भी त्वचा को साफ रख सकती हैं। ग्लिसरीन में नींबू का रस निचोड़ कर स्नान के पूर्व लगा लें और कुछ देर बाद स्नान करें। इससे भी त्वचा में आभा आती है।
त्वचा से लगातार नमी घटती रहती है। इसकी कमी की पूर्ति माश्चराइजर करते हैं। बाजार में बहुत से माश्चराइजर्स उपलब्ध हैं। बाजार से कोई भी सौंदर्य प्रसाधन खरीदते समय ध्यान रखें कि वह अच्छी कास्मेटिक कंपनी द्वारा बनाए हुए होने चाहिए। उनकी क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए। इससे कई प्रकार की एलर्जी होने की संभावना भी होती है।
अगर आपकी त्वचा को कोई चीज एलर्जी करती है तो उसकी पहचान आसानी से की जा सकती है। किसी प्रसाधन के प्रयोग से त्वचा का रंग लाल पड़ रहा है, कोई सूजन, खुजली या जलन हो रही है तो उस प्रसाधन को तुरंत साफ कर दें व उसका प्रयोग कतई न करें।
त्वचा पर सूर्य की किरणों का तेज प्रभाव भी नुकसानदायक है क्योंकि तेज अल्ट्रा वायलेट किरणें त्वचा के आंतरिक भाग में पहुंच कर टिशूज को नष्ट कर देती है। इनसे बचने के लिए आप जब भी धूप में बाहर जाएं तो सनस्क्रीन लोशन लगाएं।
आज सौंदर्य प्रसाधनों द्वारा हम त्वचा को कई हानिकारक प्रभावों से बचा पाते हैं पर इसके लिए बहुत जरूरी है कि हमें इन प्रसाधनों की जानकारी हो और पता हो कि कौन सा प्रसाधन हमारी त्वचा के लिए उपयुक्त है। हमें इस बात का ज्ञान होना चाहिए कि हमारी त्वचा को किस चीज की आवश्यकता है।
आपको यह भी जान लेना चाहिए कि आपकी त्वचा कैसी है। अगर आपकी त्वचा तैलीय है तो आपको बिना ऑयल वाले माश्चराइजर का प्रयोग करना चाहिए। सूखी त्वचा के लिए माश्चराइजर का प्रयोग दिन में दो तीन बार करना चाहिए। अगर सामान्य त्वचा है तो प्रतिदिन माश्चराइजर का प्रयोग त्वचा की नमी नहीं खोने देता।
घरेलू उबटनों से भी आप त्वचा को कोमल बना सकते हैं। चेहरे की नमी बनाए रखने के लिए शहद, दही और अंडे की जर्दी का मिश्रण चेहरे पर कुछ देर लगाएं। यह उबटन चेहरे को नमी प्रदान करता है।
त्वचा के बाह्य व आंतरिक सौंदर्य दोनों की देखभाल द्वारा आप त्वचा को अनुपम सौंदर्य प्रदान कर सकते हैं।