एकनाथ शिंदे पहले कांग्रेस में शामिल होना चाहते थे : संजय राउत का दावा

0
15_03_2025-maharashtra_politics_23900252

मुंबई, 15 मार्च (भाषा) शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने शनिवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे पहले कांग्रेस में शामिल होना चाहते थे।

हालांकि राउत ने उस वर्ष या महीने का उल्लेख नहीं किया जब शिंदे ने स्पष्ट रूप से ऐसा करने (पार्टी बदलने) की योजना बनाई थी। उन्होंने दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल का हवाला दिया।

शिंदे द्वारा जून 2022 में किये गये विद्रोह के बाद अविभाजित शिवसेना दो धड़ों में बंट गई थी।

राउत ने संवाददाताओं से कहा, “मुझे पता है कि क्या चल रहा था। अहमद पटेल अब जीवित नहीं हैं और इसलिए मैं इस बारे में और कुछ नहीं कहना चाहता, क्योंकि वह इस बात को प्रमाणित करने के लिए मौजूद नहीं हैं।”

पटेल का 25 नवंबर 2020 को निधन हो गया।

जब इस बारे में और पूछा गया तो राउत ने कहा, “इसके बारे में (वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री) पृथ्वीराज चव्हाण से पूछिए।”

‘पीटीआई भाषा’ द्वारा प्रतिक्रिया जानने के लिए संपर्क किये जाने पर चव्हाण ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

शिंदे की प्रतिक्रिया तत्काल उपलब्ध नहीं हो सकी।

महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नाना पटोले ने उपमुख्यमंत्रियों एकनाथ शिंदे और अजित पवार (राकांपा) को “मुख्यमंत्री का बारी-बारी से पद” देने के वादे के साथ विपक्षी गठबंधन में शामिल होने का “प्रस्ताव” देकर खलबली मचा दी थी। उन्होंने होली समारोह के दौरान ये टिप्पणियां कीं।

प्रतिक्रिया मांगे जाने पर राउत ने कहा कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है।

उन्होंने कहा, “मैं निःशब्द हूं। मैं केवल इतना कह सकता हूं कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है।”

राउत ने कहा कि किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि 2019 में महा विकास आघाडी (एमवीए) का गठन होगा या 2022 में (शिंदे के नेतृत्व में) एक “असंवैधानिक” सरकार सत्ता में आएगी या 2024 में देवेंद्र फडणवीस को पूर्ण बहुमत मिलेगा।

उन्होंने आरोप लगाया कि शिंदे का बालासाहेब ठाकरे के भगवा ध्वज से कोई लेना-देना नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *