
आज की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में व्यक्ति अपने स्वास्थ्य और भोजन के प्रति बेहद लापरवाह हो गया है यह कहना शायद गलत साबित नहीं होगा।
इसी कारण वह सदैव परेशान व बीमार भी रहता है और न चाहते हुए भी डाक्टरों के क्लीनिकों पर दस्तक देने लगता है किन्तु यदि आप चाहते हैं कि आपके साथ ऐसा कतई न हो तो हमेशा आयुर्वेद द्वारा सुझाए गए कुछ अनमोल नियमों का अनुसरण करना बिलकुल नहीं भूलें। यकीन मानिए ऐसा करने से जहां आप सम्पूर्ण जीवन कभी क्षुब्ध होकर बीमार नहीं पड़ेंगे वहीं दूसरी ओर सदा स्वस्थ भी बने रहेंगे । तो चलिए जानते हैं कायाकल्प कर देने वाले उन्हीं कुछ अमूल्य नियमों के बारे में:-
अक्सर कुछ लोगों को भोजन करने के तुरंत बाद चाय या काफी पीने की गंदी लत होती है। ऐसा करने वाले लोगों को शायद यह मालूम नहीं होता है कि इससे उनके पेट में एसिडिटी बन जाती है और खाना डाइजेस्ट नहीं हो पाता, अतः भोजन करने के तुरंत बाद चाय अथवा काफी कदापि नहीं पिएं।
आयुर्वेद के शब्दों के अनुसार भोजन करने के तुरंत बाद फल का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से एसिडिटी की शिकायत होने लगती है और अंततः इसे दूर करने के लिए दवाई खाने की जरूरत आन पड़ती है।
भोजन करने के पश्चात धूम्रपान नहीं करना चाहिए। यदि आप पूर्व में ऐसा करते रहे हैं तो भी इस आदत को अब पूर्णतया त्याग दें और सतर्क हो जाएं, क्योंकि ऐसा करना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। दरअसल, इस समय किए गए एक सिगरेट का असर दस सिगरेट के समान हो जाता है। परिणामस्वरूप, कैंसर जैसी भयावह बीमारी होने का खतरा मंडराने लगता है।
देखने में यह आया है कि कुछ लोगों को भोजन करने के उपरांत नहाने की आदत होती है। यह भी बीमारी पैदा करने की एक बड़ी वजह बनती है क्योंकि खाने के तुरंत बाद नहाने से रक्त प्रवाह पेट की जगह हाथ और पैर की तरफ अधिक बढ़ने लगता है और इससे पाचन शक्ति कमजोर पड़ जाती है।
आहार विशेषज्ञ की मानें तो चिकनाई युक्त खाद्य पदार्थों, तले हुए खाद्य पदार्थो, मक्खन, मेवा अथवा मिठाई आदि खाने के तुरंत बाद पानी पीने से परहेज करना चाहिए। इससे खांसी होने की संभावना काफी अधिक बढ़ जाती है साथ ही गरम खाना, खीरा, ककड़ी तरबूज, खरबूजा, मूली व मकई खाने के तत्काल बाद भी पानी न पिएं चूंकि ऐसा करने से जुकाम होता है।
कई बड़े-बुजुर्गों का बताना है कि आजकल खाने के बाद फ्रिज का ठंडा पानी पीने का रिवाज युवाओं में खूब प्रचलित है। उन युवाओं को यह स्मरण रखना चाहिए कि यह पेट की कई बीमारियों को जन्म देता है। निस्सन्देह, इससे जठराग्नि शांत हो जाती है पर आहार का पाचन ठीक प्रकार से नहीं हो पाता। इसलिए जहां तक संभव हो सके, खाना खाने के पश्चात हल्का गुनगुना पानी पीने के लिए ही अमल में लाएं। निस्संदेह यह आपकी सेहत को दुरुस्त करेगा और आप कभी बीमार नही पड़ेंगे।
इसके अलावा भोजन करने के उपरांत तुरंत सोने हेतु बिस्तर पर कभी नहीं जाएं। दरअसल, खाने के बाद तुरंत सोने से खाना ऊपर की ओर आने से एसिडिटी बढ़ने लगती हैं और पाचन क्रिया खराब हो जाती है। फलस्वरूप, हम न चाहते हुए भी बीमार हो जाते हैं और डाक्टर की क्लीनिक में जाकर अपनी हाजिरी लगाने लगते हैं। अतएव, रात्रि में भोजन करने के बाद थोड़ा बहुत टहलने की आदत डालें और ऐसा करते हुए कम से कम पन्द्रह-बीस मिनट अवश्य टहलें। फिर उसके बाद कम से कम 2 घंटे बाद सोने के लिए बिस्तर पर जाएं तो कहीं अधिक बेहतर होगा।
इसी कारण वह सदैव परेशान व बीमार भी रहता है और न चाहते हुए भी डाक्टरों के क्लीनिकों पर दस्तक देने लगता है किन्तु यदि आप चाहते हैं कि आपके साथ ऐसा कतई न हो तो हमेशा आयुर्वेद द्वारा सुझाए गए कुछ अनमोल नियमों का अनुसरण करना बिलकुल नहीं भूलें। यकीन मानिए ऐसा करने से जहां आप सम्पूर्ण जीवन कभी क्षुब्ध होकर बीमार नहीं पड़ेंगे वहीं दूसरी ओर सदा स्वस्थ भी बने रहेंगे । तो चलिए जानते हैं कायाकल्प कर देने वाले उन्हीं कुछ अमूल्य नियमों के बारे में:-
अक्सर कुछ लोगों को भोजन करने के तुरंत बाद चाय या काफी पीने की गंदी लत होती है। ऐसा करने वाले लोगों को शायद यह मालूम नहीं होता है कि इससे उनके पेट में एसिडिटी बन जाती है और खाना डाइजेस्ट नहीं हो पाता, अतः भोजन करने के तुरंत बाद चाय अथवा काफी कदापि नहीं पिएं।
आयुर्वेद के शब्दों के अनुसार भोजन करने के तुरंत बाद फल का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से एसिडिटी की शिकायत होने लगती है और अंततः इसे दूर करने के लिए दवाई खाने की जरूरत आन पड़ती है।
भोजन करने के पश्चात धूम्रपान नहीं करना चाहिए। यदि आप पूर्व में ऐसा करते रहे हैं तो भी इस आदत को अब पूर्णतया त्याग दें और सतर्क हो जाएं, क्योंकि ऐसा करना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। दरअसल, इस समय किए गए एक सिगरेट का असर दस सिगरेट के समान हो जाता है। परिणामस्वरूप, कैंसर जैसी भयावह बीमारी होने का खतरा मंडराने लगता है।
देखने में यह आया है कि कुछ लोगों को भोजन करने के उपरांत नहाने की आदत होती है। यह भी बीमारी पैदा करने की एक बड़ी वजह बनती है क्योंकि खाने के तुरंत बाद नहाने से रक्त प्रवाह पेट की जगह हाथ और पैर की तरफ अधिक बढ़ने लगता है और इससे पाचन शक्ति कमजोर पड़ जाती है।
आहार विशेषज्ञ की मानें तो चिकनाई युक्त खाद्य पदार्थों, तले हुए खाद्य पदार्थो, मक्खन, मेवा अथवा मिठाई आदि खाने के तुरंत बाद पानी पीने से परहेज करना चाहिए। इससे खांसी होने की संभावना काफी अधिक बढ़ जाती है साथ ही गरम खाना, खीरा, ककड़ी तरबूज, खरबूजा, मूली व मकई खाने के तत्काल बाद भी पानी न पिएं चूंकि ऐसा करने से जुकाम होता है।
कई बड़े-बुजुर्गों का बताना है कि आजकल खाने के बाद फ्रिज का ठंडा पानी पीने का रिवाज युवाओं में खूब प्रचलित है। उन युवाओं को यह स्मरण रखना चाहिए कि यह पेट की कई बीमारियों को जन्म देता है। निस्सन्देह, इससे जठराग्नि शांत हो जाती है पर आहार का पाचन ठीक प्रकार से नहीं हो पाता। इसलिए जहां तक संभव हो सके, खाना खाने के पश्चात हल्का गुनगुना पानी पीने के लिए ही अमल में लाएं। निस्संदेह यह आपकी सेहत को दुरुस्त करेगा और आप कभी बीमार नही पड़ेंगे।
इसके अलावा भोजन करने के उपरांत तुरंत सोने हेतु बिस्तर पर कभी नहीं जाएं। दरअसल, खाने के बाद तुरंत सोने से खाना ऊपर की ओर आने से एसिडिटी बढ़ने लगती हैं और पाचन क्रिया खराब हो जाती है। फलस्वरूप, हम न चाहते हुए भी बीमार हो जाते हैं और डाक्टर की क्लीनिक में जाकर अपनी हाजिरी लगाने लगते हैं। अतएव, रात्रि में भोजन करने के बाद थोड़ा बहुत टहलने की आदत डालें और ऐसा करते हुए कम से कम पन्द्रह-बीस मिनट अवश्य टहलें। फिर उसके बाद कम से कम 2 घंटे बाद सोने के लिए बिस्तर पर जाएं तो कहीं अधिक बेहतर होगा।