मुंबई, 15 मार्च (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शनिवार को इंडसइंड बैंक के निदेशक मंडल से कहा कि वह चालू तिमाही के दौरान बैंक द्वारा घोषित लेखांकन में 2,100 करोड़ रुपये की भारी गड़बड़ी के खुलासे के बीच सुधारात्मक कार्रवाई पूरी करे।
इंडसइंड बैंक ने इसी सप्ताह अकाउंटिंग में गड़बड़ी का खुलासा किया था। इसका बैंक के निवल मूल्य पर 2.35 प्रतिशत असर पड़ने का अनुमान है। खुलासे के तुरंत बाद, बैंक के शेयरों की कीमत में भारी गिरावट देखी गई।
सार्वजनिक रूप से उपलब्ध खुलासों के आधार पर, बैंक ने पहले ही अपने मौजूदा आरबीआई ने एक बयान में कहा कि तंत्र की व्यापक समीक्षा करने और वास्तविक प्रभाव का आकलन करने और उसका हिसाब लगाने के लिए एक बाहरी ऑडिट टीम को नियुक्त कर लिया है।
केंद्रीय बैंक ने कहा, “बोर्ड और प्रबंधन को रिजर्व बैंक द्वारा निर्देश दिया गया है कि वे सभी हितधारकों को आवश्यक खुलासे करने के बाद, जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान पूरी तरह से सुधारात्मक कार्रवाई पूरी कर लें।”
बयान में कहा गया है कि इस समय जमाकर्ताओं को अटकलों पर प्रतिक्रिया देने की कोई आवश्यकता नहीं है।
केंद्रीय बैंक ने ग्राहकों और निवेशकों को आश्वासन दिया कि बैंक की वित्तीय स्थिति स्थिर बनी हुई है और वह इस पर बारीकी से नजर रख रहा है।
इंडसइंड बैंक ने बताया कि पिछले साल सितंबर-अक्टूबर के आसपास अकाउंटिंग में चूक की बात सामने आई थी और बैंक ने पिछले हफ़्ते आरबीआई को इस बारे में प्रारंभिक जानकारी दी थी।
बैंक के अनुसार, अंतिम संख्या तब पता चलेगी जब बैंक द्वारा नियुक्त बाहरी एजेंसी अप्रैल की शुरुआत में अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दे देगी।