नयी दिल्ली, 21 अगस्त (भाषा) नागर विमानन मंत्रालय के अनुसार, एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस को मार्च 2025 में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में कुल मिलाकर 9,568.4 करोड़ रुपये का कर-पूर्व घाटा हुआ।
पिछले वित्त वर्ष में, अकासा एयर और स्पाइसजेट ने क्रमशः 1,983.4 करोड़ रुपये और 58.1 करोड़ रुपये का कर-पूर्व घाटा दर्ज किया, जबकि इंडिगो ने 7,587.5 करोड़ रुपये का कर-पूर्व लाभ दर्ज किया।
ये आंकड़े नागर विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर के रूप में साझा किए। ये अनंतिम आंकड़े हैं।
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एअर इंडिया को कर-पूर्व 3,890.2 करोड़ रुपये का घाटा हुआ, जबकि इसकी शाखा एअर इंडिया एक्सप्रेस, जो लंबे समय से लाभदायक थी, ने 2024-25 में 5,678.2 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया।
घाटे में चल रही एअर इंडिया और मुनाफे में चल रही एअर इंडिया एक्सप्रेस को जनवरी 2022 में टाटा समूह ने अधिग्रहित कर लिया था।
आंकड़ों के अनुसार, एअर इंडिया का कर्ज 26,879.6 करोड़ रुपये था, जबकि इंडिगो का कर्ज 67,088.4 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
आंकड़ों के अनुसार, एअर इंडिया एक्सप्रेस, अकासा एयर और स्पाइसजेट का कर्ज क्रमशः 617.5 करोड़ रुपये, 78.5 करोड़ रुपये और 886 करोड़ रुपये था।