भारतीय हस्तशिल्प, हथकरघा के निर्यात को नए मुकाम तक ले जाने की जरूरतः गिरिराज

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नयी दिल्ली, 21 अगस्त (भाषा) केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने बृहस्पतिवार को हथकरघा और हस्तशिल्प के निर्यात को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि महिला कारीगरों की मासिक आय को न्यूनतम 15 से 20 हजार रुपये तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

सिंह ने यहां कपड़ा मंत्रालय की तरफ से विकसित शिल्प परिसर ‘द कुंज’ का उद्घाटन करने के बाद कहा कि देश में करीब एक करोड़ लोग हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्र से जुड़े हुए हैं।

मंत्री ने कहा, ‘‘शिल्प परिसर ‘कुंज भवन’ देशभर के शिल्पियों के लिए अपने उत्पाद प्रदर्शित करने का एक मंच होगा। हमारा लक्ष्य है कि महिला कारीगरों (शिल्प दीदी) की मासिक आय कम से कम 15 से 20 हजार रुपये हो सके।’’

उन्होंने इस बात पर बल दिया कि हथकरघा एवं हस्तशिल्प के निर्यात को और बढ़ावा देना समय की जरूरत है।

‘कुंज भवन’ की परिकल्पना भारतीय हस्तशिल्प और हथकरघा की विविध धरोहर को प्रदर्शित करने और बढ़ावा देने के लिए एक सांस्कृतिक एवं खुदरा गंतव्य के रूप में की गई है।

वित्त वर्ष 2025-26 की अप्रैल-जुलाई अवधि में देश का कुल वस्त्र निर्यात 12.18 अरब डॉलर रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के 11.73 अरब डॉलर की तुलना में 3.87 प्रतिशत अधिक है।