नयी दिल्ली, 28 फरवरी (भाषा) महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (डब्ल्यूसीडी) ने शुक्रवार को ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के संबंध में स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि ‘‘कोई सार्वजनिक धन गायब नहीं हुआ है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को दावा किया कि सूचना के अधिकार कानून (आरटीआई) के तहत मिली जानकारी से पता चला है कि सरकार की महत्वाकांक्षा ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना में 455 करोड़ रुपये ‘‘गायब’’ हो गए हैं।
खरगे के इस दावे के बाद मंत्रालय ने यह स्पष्टीकरण जारी किया।
मंत्रालय ने बताया कि इस साल 31 जनवरी तक ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत कुल 952.04 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। इसमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आवंटित 526.55 करोड़ रुपये तथा राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न गतिविधियों पर खर्च किए गए 425.49 करोड़ रुपये शामिल हैं।
मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘झूठा विमर्श गढ़ने के लिए तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है। कोई सार्वजनिक धन गायब नहीं हुआ है। सरकार ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी योजनाओं के माध्यम से हर बालिका को बचाने और शिक्षित करने के अपने मिशन में दृढ़ है, जो एक जन आंदोलन बन गया है और महत्वपूर्ण सामाजिक एवं व्यावहारिक परिवर्तन ला रहा है।’’