मुंबई, 27 फरवरी (भाषा) राकांपा (शरदचंद्र पवार) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने बृहस्पतिवार को कहा कि विपक्ष तीन मार्च से शुरू होने वाले विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ‘महायुति’ सरकार को ‘‘कठघरे में खड़ा करेगा, क्योंकि राज्य की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है।’’
पाटिल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए कहा कि राज्य के वित्त मंत्री अजित पवार सरकार की प्रमुख ‘लाडकी बहिन योजना’ का पूरा खर्च नहीं दिखा पाएंगे, जिसके तहत 2.5 लाख रुपये से कम वार्षिक पारिवारिक आय वाली महिलाओं को 1500 रुपये मासिक सहायता दी जाती है।
उन्होंने कहा, ‘‘घाटा बहुत बड़ा है और राज्य की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। महायुति सरकार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। महाविकास आघाडी (एमवीए) के पास दिसंबर (जब देवेंद्र फडणवीस सरकार ने शपथ ली थी) के बाद से कई मुद्दों को उजागर करने का अवसर है।’’
राज्य के पूर्व वित्त मंत्री पाटिल ने कहा, ‘‘राज्य सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने, योजनाओं के क्रियान्वयन, किसानों से जुड़े मुद्दों पर बुरी तरह विफल रही है। रणनीति बनाने के लिए एमवीए मार्च के पहले सप्ताह में बैठक करेगी। हमने विपक्ष के नेता पद के लिए दावा पेश करने वाला पत्र नहीं सौंपा है, जो हम सौंपेंगे।’’
नवंबर में हुए विधानसभा चुनावों में ‘महायुति’ ने 230 सीटें जीतीं, जिसमें भाजपा को 132, एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 57 और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को 41 सीट मिलीं।
एमवीए का प्रदर्शन खराब रहा, जिसमें शिवसेना (उबाठा) को 20 सीट, कांग्रेस को 16 और राकांपा (एसपी) को 10 सीटें मिलीं। समाजवादी पार्टी ने दो सीट जीतीं, जबकि निर्दलीय और अन्य 10 सीटों पर विजयी हुए।