बेंगलुरु, 26 फरवरी (भाषा) कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने बुधवार को केंद्र से राज्य में कावेरी नदी के मेकेदातु जलाशय पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा।
जल संसाधन विभाग का प्रभार संभाल रहे शिवकुमार ने कहा कि उन्होंने मंगलवार को दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री सी आर पाटिल और राज्यमंत्री वी सोमन्ना के समक्ष मेकेदातु का मुद्दा उठाया।
शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने केंद्र से पूछा, ‘मेकेदातु मुद्दे पर आपका क्या रुख है?’ हम इसके लिए दबाव डाल सकते हैं, या वे इसका विरोध कर सकते हैं, या वे मना भी कर सकते हैं – लेकिन उन्हें अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने मेकेदातु संतुलन जलाशय के लिए एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया क्योंकि हम इसमें और देरी नहीं चाहते। हमने केंद्रीय मंत्री से केंद्र के रुख पर स्पष्ट बयान देने को कहा।’’
शिवकुमार ने इस बात पर जोर दिया कि कर्नाटक चाहता है कि केंद्र सरकार मेकेदातु मुद्दे पर अपने रुख से उच्चतम न्यायालय को अवगत कराए ताकि कर्नाटक और तमिलनाडु, दोनों को इसका लाभ मिल सके।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु सरकार राजनीतिक कारणों से इस परियोजना का विरोध कर रही है।
तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) शिवकुमार की पार्टी कांग्रेस की सहयोगी है।
शिवकुमार ने कहा, ‘‘ उसे (तमिलनाडु को) डर है कि यदि मेकेदातु जलाशय बन गया तो हम उनके लिए समस्या खड़ी करेंगे जबकि ऐसा नहीं है।’’
पड़ोसी राज्य तमिलनाडु ने इस परियोजना का कड़ा विरोध करते हुए यह चिंता व्यक्त की है कि इससे राज्य की जल आपूर्ति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
शिवकुमार ने पेन्नार नदी से संबंधित मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया।