सपा ने किया आस्था से खिलवाड़, एक गैर-सनातनी को बनाया कुंभ मेले का प्रभारी : आदित्यनाथ

0
e34erdsxz

लखनऊ, 24 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को समाजवादी पार्टी (सपा) पर हमला करते हुए कहा कि उनके शासनकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री (अखिलेश यादव) के पास कुंभ की समीक्षा करने का समय नहीं था और एक गैर सनातनी को इसका प्रभारी बनाया गया था।

विधानसभा में अपने संबोधन में आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘हमने आपकी (सपा) तरह आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं किया है। आपके समय में मुख्यमंत्री के पास आयोजन को देखने और समीक्षा करने का समय नहीं था और इसलिए उन्होंने एक गैर सनातनी (मोहम्मद आजम खान) को कुंभ का प्रभारी नियुक्त किया था।’’

आदित्यनाथ 2013 में आयोजित कुंभ का जिक्र कर रहे थे जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे और उन्होंने मोहम्मद आजम खान को कुंभ मेले का प्रभारी बनाया था।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लेकिन यहां मैं खुद कुंभ की समीक्षा कर रहा था और अब भी कर रहा हूं। यही कारण है कि 2013 में जो भी कुंभ में गया, उसने वहां अव्यवस्था, भ्रष्टाचार, प्रदूषण देखा। मां गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी में नहाने लायक पानी नहीं था। मॉरीशस के प्रधानमंत्री इसका उदाहरण हैं जिन्होंने स्नान करने से इनकार कर दिया था।’’

आदित्यनाथ ने कहा,‘‘इस बार लगातार लोग आ रहे हैं। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति वहां आए। भूटान नरेश आए, दुनिया के सभी देशों के राष्ट्राध्यक्ष वहां आए। सभी ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और इसे सफल बनाया।’’

उन्होंने कहा कि पहली बार उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम, सभी स्थानों के लोग इस कार्यक्रम का हिस्सा बने और उन्होंने इसे सफल बनाया।

महाकुंभ में एक समुदाय विशेष के साथ भेदभाव के सपा सदस्यों के आरोप को गलत बताते हुए आदित्यनाथ ने कहा,‘‘जो आप कहते हैं कि भेदभाव हुआ है, तो मैं जानना चाहता हूं कि आखिर किसके साथ भेदभाव हुआ है? वहां न जाति का भेद है, न क्षेत्र का भेद है, न मत और मजहब का भेद है। किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया गया। सारे लोग एक घाट पर स्नान कर रहे हैं। इससे बड़ी एकात्मता का संदेश और क्या हो सकता है? इससे बड़ी एकता का संदेश और क्या हो सकता है? और यही सच्चा सनातन धर्म भी है।’’

मुख्यमंत्री ने एक कागज पर लिखी इबारत को उद्धृत करते हुए कहा, ‘‘कुंभ में जिसने जो तलाशा उसे वही मिला। गिद्धों को केवल लाश मिली, सुअरों को गंदगी मिली, संवेदनशील लोगों को रिश्तो की खूबसूरत तस्वीर मिली, आस्था वालों को पुण्य मिला, सज्जनों को सज्जनता मिली, गरीबों को रोजगार मिला, अमीरों को धंधा मिला, श्रद्धालुओं को साफ-सुथरी व्यवस्था मिली, पर्यटकों को अव्यवस्था मिली, सद्भावना वाले लोगों को जाति रहित व्यवस्था मिली, भक्तों को भगवान मिले। मतलब सबने अपने-अपने स्वभाव और चरित्र के अनुसार चीजों को देखा है।’’

आदित्यनाथ ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जिन लोगों ने अपने समय में इस पूरे आयोजन को अव्यवस्था और भ्रष्टाचार का शिकार बनाया था आज वह महाकुंभ पर इस प्रकार की टिप्पणी करके भारत की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं तो केवल इस बारे में एक बात कहना चाहूंगा कि महाकुंभ ने पूरी दुनिया को भारत की सनातन एकता का संदेश देकर ‘एक भारत,श्रेष्ठ भारत’ के प्रधानमंत्री मोदी के ‘विजन’ को चरितार्थ करके दिखा दिया है। समूचा भारत पूरा सहयोग देने के लिए उतनी ही तत्परता के साथ खड़ा है जो महाकुंभ में दिखाई दे रहा है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अब तक 63 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन का हिस्सा बन चुके हैं। अभी दो दिन के बाद महाशिवरात्रि आएगी और 26 फरवरी तक मेरा अनुमान है कि जिस तरह से देश और दुनिया महाकुंभ के प्रति आकर्षित हैं, यह आंकड़ा 65 करोड़ की संख्या पार करेगा।’’

उन्होंने सपा सदस्यों से मुखातिब होते हुए कहा, ‘‘आपने कहा कि आप बुद्ध को नहीं मानते। मैं तो हर महापुरुष का सम्मान करता हूं जिसने भारत में जन्म लिया है। मैं बुद्ध को भी मानता हूं, जैन को भी मानता हूं, महावीर जैन की परंपरा और सभी तीर्थंकरों के प्रति सम्मान का भाव रखता हूं। हम भारत के प्रति सम्मान का भाव रखने वाले हैं और भारत की सनातन परंपरा में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष भूमिका रखने वाले सभी पंथों और संप्रदायों का पूरा सम्मान करते हैं।’’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *