मध्यप्रदेश में निवेश का यह सही समय : प्रधानमंत्री मोदी

0
dr5t5res

भोपाल, 24 फरवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि मजबूत प्रतिभाओं तथा फलते-फूलते उद्योगों के साथ मध्यप्रदेश एक पसंदीदा व्यापार स्थल बन रहा है और राज्य में निवेश करने का यह सही समय है।

‘निवेश मध्य प्रदेश – वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 2025’ का उद्घाटन करने के बाद मोदी ने कहा, ‘‘ भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा अवसर आया है, जब पूरी दुनिया इसको लेकर इतनी आशावादी है।’’

उन्होंने कहा कि आम लोग और अर्थशास्त्री, दुनिया भर के देश तथा संस्थान भारत के बारे में आशावादी हैं और उन्हें भारत से बहुत उम्मीदें हैं। इस सम्मेलन का उद्देश्य निवेशकों और उद्योगपतियों के लिए मध्यप्रदेश की असीम संभावनाओं को प्रदर्शित करना है।

मोदी ने कहा, ‘‘ दुनिया का भविष्य भारत में है’’…पिछले कुछ हफ्तों में इस तरह की टिप्पणियों ने निवेशकों का उत्साह बढ़ाया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व बैंक ने विश्वास व्यक्त किया है कि भारत आने वाले वर्षों में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि विनियमन आयोग राज्यों में निवेश के अनुकूल नियामक परिवेश बनाने में मदद करेगा।

मोदी ने कहा कि भारत वैश्विक ‘एयरोस्पेस’ कंपनियों के लिए शीर्ष आपूर्ति श्रृंखला के रूप में उभर रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कपड़ा, पर्यटन और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आने वाले वर्षों में करोड़ों नौकरियां सृजित होंगी।

उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले दशक में, भारत के ऊर्जा क्षेत्र ने अभूतपूर्व वृद्धि की है, खासकर हरित ऊर्जा में। भारत ने वह कर दिखाया है जो अकल्पनीय था।’’

मोदी ने कहा, ‘‘ पिछले 10 वर्ष में, अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में लगभग 70 अरब डॉलर, यानी 5000 अरब रुपये से अधिक का निवेश किया गया है। पिछले वर्ष ही, स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में 10 लाख से अधिक नौकरियां उत्तपन्न हुईं। ऊर्जा क्षेत्र में इस उछाल से मध्यप्रदेश को बहुत लाभ हुआ है।’’

प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश सरकार की 18 नई नीतियों का भी अनावरण किया, जिनका उद्देश्य भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करना है।

मोदी ने कहा, ‘‘ बेहतरीन प्रतिभाओं और संपन्न उद्योगों के साथ, मध्य प्रदेश एक पसंदीदा व्यवसाय स्थल बन रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मध्य प्रदेश में ‘डबल इंजन’ सरकार बनने के बाद विकास की गति दोगुनी हो गई है।’’

मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश भारत में इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में क्रांति लाने वाले अग्रणी राज्यों में से एक है।

उन्होंने कहा, ‘‘ मध्यप्रदेश, जहां कभी सड़कें वाहन चलाने लायक नहीं थीं, बसें नहीं चल पाती थीं.. वहां ई-वाहन क्रांति हो रही है। जनवरी 2025 तक मध्य प्रदेश में करीब दो लाख ईवी पंजीकृत हो चुके हैं। यह 90 प्रतिशत की वृद्धि है। यह दर्शाता है कि मध्यप्रदेश एक नया विनिर्माण गंतव्य बन रहा है।’’

उन्होंने साथ ही कहा कि देश में स्वास्थ्य और कल्याण के क्षेत्र में अनेक अवसर हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दो दशकों में मध्यप्रदेश में काफी बदलाव हुए हैं।

मोदी ने कहा कि यहां बिजली-पानी से जुड़ी समस्याएं थीं और कानून-व्यवस्था और भी बदतर थी। ऐसे में औद्योगिक विकास मुश्किल था। लेकिन पिछले 20 वर्ष में लोगों के सहयोग से भाजपा की प्रदेश सरकार ने शासन पर ध्यान केंद्रित किया।

मोदी ने कहा कि दो दशक पहले लोग यहां (मध्यप्रदेश में) निवेश करने से दूर रहते थे और अब यह निवेश के लिए देश के शीर्ष राज्यों में से एक है।

उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र के एक संगठन ने भारत को ‘‘ सौर ऊर्जा महाशक्ति ’’ कहा था।

मोदी ने कहा, ‘‘ इस संगठन ने यह भी कहा कि जहां कई देश सिर्फ बातें करते हैं, वहीं भारत परिणाम देता है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ मध्यप्रदेश को जीवनदायिनी मां नर्मदा (नदी) का आशीर्वाद प्राप्त है।’’

मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश में शीर्ष राज्यों में शामिल होने की सभी संभावनाएं और क्षमताएं हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले दशक में भारत ने बुनियादी ढांचे में उछाल देखा है। मैं कह सकता हूं कि मध्य प्रदेश को इससे बहुत लाभ हुआ है।’’

उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का एक बड़ा क्षेत्र मध्यप्रदेश से होकर गुजरता है। राज्य को मुंबई बंदरगाहों और उत्तर भारत के बाजार से जोड़ा गया।

मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश में पांच लाख किलोमीटर से अधिक सड़क नेटवर्क है। इसके औद्योगिक गलियारे आधुनिक एक्सप्रेसवे से जुड़ रहे हैं। इसका मतलब निश्चित रूप से मध्यप्रदेश के लॉजिस्टिक क्षेत्र में वृद्धि हुई है।

मोदी ने कहा, ‘‘ भोपाल में रानी कमलापति स्टेशन की तस्वीरों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया है। इसी तर्ज पर अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत राज्य में 80 रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण किया जाएगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आज मध्यप्रदेश एक बिजली अधिशेष राज्य है, जिसकी उत्पादन क्षमता लगभग 31,000 मेगावाट है, जिसमें 30 प्रतिशत स्वच्छ ऊर्जा है।’’

इस अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि यह आयोजन मध्यप्रदेश एक प्रमुख वैश्विक निवेश गंतव्य के रूप में पहचान दिलाएगा।

यादव ने कहा कि उनकी सरकार अगले पांच वर्ष में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए देश की प्रतिबद्धता का हिस्सा है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत 2025 को उद्योगों तथा रोजगार के वर्ष के रूप में मनाने का फैसला किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *