बर्लिन, 24 फरवरी (एपी) जर्मनी में रूढ़िवादी विपक्षी नेता फ्रेडरिक मर्ज ने रविवार को राष्ट्रीय चुनाव में जीत हासिल की
चुनाव संबंधी अनुमानों से पता चलता है कि ‘अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी’ (एएफडी) का समर्थन बढ़कर दोगुना हो गया है जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से किसी घोर दक्षिणपंथी विचारधारा वाली पार्टी का सबसे मजबूत प्रदर्शन है।
चांसलर ओलाफ शोल्ज ने अपनी मध्यमार्गी वामपंथी विचारधारा वाली ‘सोशल डेमोक्रेट्स’ की हार स्वीकार कर ली है। ओलाफ शोल्ज ने इसे ‘‘कड़वा चुनाव परिणाम’’ बताया।
सार्वजनिक टेलीविजन प्रसारक ‘एआरडी’ और ‘जेडडीएफ’ के अनुमानों के अनुसार, शोल्ज की पार्टी राष्ट्रीय संसदीय चुनाव में सबसे खराब परिणाम के साथ तीसरे स्थान पर रही।
मर्ज ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह ‘ईस्टर’ तक गठबंधन सरकार बना लेंगे, लेकिन यह चुनौतीपूर्ण होने की संभावना है।
नवंबर में शोल्ज के गठबंधन के टूटने के बाद चुनाव मूल रूप से तय समय से सात महीने पहले हुए। शोल्ज का तीन साल का कार्यकाल अंदरूनी कलह से भरा रहा, जिसमें व्यापक असंतोष था और किसी भी उम्मीदवार के लिए कोई खास उत्साह नहीं दिखता था।
इस चुनाव अभियान में यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में वर्षों से व्याप्त स्थिरता और प्रवासन पर अंकुश लगाने के दबाव की चिंता हावी थी। हाल के सप्ताह में अपने चुनाव प्रचार अभियान में मर्ज ने इन मुद्दों को जोर शोर से उठाया और उस पर कड़ा रुख अपनाने पर जोर दिया। यह चुनाव यूक्रेन के भविष्य और अमेरिका के साथ यूरोप के गठबंधन को लेकर बढ़ती अनिश्चितता की पृष्ठभूमि में हुआ है।
जर्मनी 27 देशों वाले यूरोपीय संघ (ईयू) में सबसे अधिक आबादी वाला देश है और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का एक प्रमुख सदस्य है। यह अमेरिका के बाद यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता रहा है।