लखनऊ, 18 फरवरी (भाषा) उप्र विधानसभा का बजट सत्र मंगलवार को शुरू हुआ और राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्षी समाजवादी पार्टी के सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही साढ़े बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन में विपक्ष के सदस्यों ने ‘राज्यपाल वापस जाओ’ के नारे लगाए। उनके हंगामे के चलते राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने करीब आठ मिनट में ही अभिभाषण समाप्त कर दिया। इसके बाद सदन की कार्यवाही 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इसके पहले राज्यपाल को विधान भवन में प्रवेश करते ही गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राज्यपाल को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, विधान परिषद के सभापति मानवेंद्र सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना सदन में लेकर आए।
राज्यपाल ने अभिभाषण शुरु किया और इसी बीच सपा के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ भी नारे लगाए।
इससे पहले उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र के पहले दिन, मंगलवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों ने विधानसभा परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास धरना दिया।
हाथों में बैनर और तख्तियां लिये सपा सदस्य नारे लगा रहे थे ”लाठी गोली की सरकार, नहीं चलेगी नहीं चलेगी’’ और ‘‘आरक्षण विरोधी, दलित विरोधी, संविधान विरोधी सरकार नहीं चलेगी, नहीं चलेगी।’’
सपा के वरिष्ठ सदस्य सुधाकर सिंह तथा एच एन सिंह पटेल ने बताया कि पार्टी के विधायकों ने संभल और कुंभ समेत तमाम मुद्दों पर सरकार की विफलताओं को लेकर धरना दिया है।
विधायकों के हाथों में तख्तियां थीं जिन पर ‘बिजली पानी दे न सके जो, वह सरकार निकम्मी है! जो सरकार निकम्मी है, वह सरकार बदलनी है।’’ लिखा था।
सपा के वरिष्ठ सदस्य अमिताभ त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि कुंभ में मृतकों, स्नान करने वाले श्रद्धालुओं के फर्जी आंकड़े पेश किए जा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार कुंभ मामले पर सदन में चर्चा कराए ।
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने भाजपा सरकार को जन विरोधी, किसान विरोधी करार देते हुए कहा, ”यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है।”
विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है । यह इस वर्ष का पहला सत्र है ।