लखनऊ, 18 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र से पहले कहा कि उन्हें उम्मीद है कि हार से हताश विपक्ष अपनी खुन्नस सदन पर नहीं उतारेगा, बल्कि सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से संचालित करने में सकारात्मक योगदान देगा।
मुख्यमंत्री ने बजट सत्र से पहले पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, “राज्यपाल का अभिभाषण और बजट महत्वपूर्ण मुद्दे होते हैं, जिसमें विपक्ष ही नहीं, बल्कि सदन का हर सदस्य अपनी बात प्रभावी ढंग से रख सकता है। विपक्ष जिस मुद्दे पर चर्चा करना चाहेगा, सरकार उसका तथ्यात्मक जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। हम चाहते हैं कि सदन सार्थक चर्चा का मंच बने। आरोप-प्रत्यारोप या फिर असंसदीय आचरण से समस्या का समाधान नहीं हो सकता है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि राज्यपाल के अभिभाषण से सुदृढ़ व मर्यादित आचरण की शुरुआत होगी। हम उम्मीद करेंगे कि विपक्ष समेत सभी सदस्यगण सदन में ऐसा आचरण दिखाएंगे, जिससे लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति आमजन की आस्था को और सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी।”
मुख्यमंत्री ने बजट सत्र में उत्तर प्रदेश विधानमंडल की कार्यवाही प्रारंभ होने पर सभी सदस्यों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राज्यों में महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण से इस सत्र की शुरुआत होती है।
इस सत्र के दौरान वर्ष भर के लिए राज्य सरकार का बजट भी पारित होता है। साथ ही अन्य विधायी कार्यों के साथ ही जनहित व राज्य के विकास से जुड़े हुए महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी सदन में चर्चा होती है।
सदन में 20 फरवरी को वित्त वर्ष 2025-26 का सामान्य बजट पेश किया जाएगा।
सदन 18 फरवरी से पांच मार्च तक प्रस्तावित है।
योगी ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में बहुत कम क्षण आए हैं, जब इतने लंबे समय के लिए सदन आहूत किया गया हो।
उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से संपन्न हो, यह केवल सत्ता पक्ष का नहीं बल्कि विपक्ष का भी महत्वपूर्ण दायित्व है।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘डबल इंजन’ सरकार ने पिछले लगभग आठ वर्ष के अंदर जो प्रतिमान स्थापित किए हैं, वह अभूतपूर्व हैं।
उन्होंने कहा कि अभिभाषण व सदन के अंदर चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से उसकी झलक देखने को मिलती है। इस दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, धर्मपाल सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।