जादूगर का चमत्कार

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रायपुर शहर में एक जादूगर था। वह आसपास के गांव में अपना जादू दिखा कर भोले भाले लोगों से पैसे ऐंठता था। जब वे अपनी इच्छा से पैसे नहीं देते तो उन्हें तरह तरह से भयभीत करता। लोग डर से उसे पैसे दे देते।
एक बार जादूगर दोंदेपुर गांव में जादू दिखा रहा था। उस के जादू को देखने के लिए भीड़ जमा थी। जादू खत्म होने के बाद जादूगर ने हाजिर भीड़ से कहा, ’जिसकी जेब में जितने रूपए हैं, उन्हें निकाल कर जमीन में बिछी चादर पर डाल दें। जो कोई भी ऐसा नहीं करेगा, रात में उसकी मृत्यु हो जाएगी।
चंपू भी जादू देखने के लिए खड़ा था। उसकी जेब में 50 रूपए का नोट था। यह रूपया वह जादूगर को नहीं देना चाहता था लेकिन जादूगर की बातें सुन कर चंपू डर गया। उसने जेब से 50 रूपए का नोट निकाल कर चादर पर डाल दिया। जादूगर चंपू को ऐसा करता देख बहुत खुश हुआ।
इस प्रकार जादूगर जानवरों के मन में डर पैदा कर उन्हें लूटता था। भोले भाले लोग उस के जादू को सच मानकर डर जाते थे। उन्हें क्या पता था कि जादूगर जो कुछ भी करता है, वह सब विज्ञान का खेल है।
उसी गांव में अज्जू भी रहता था। वह रायपुर में पढ़ता था। दीवाली की छुट्टी में गांव आया था। जब अज्जू को पता चला कि जादूगर जादू दिखा कर लोगों को लूट रहा है तो उसे बहुत दुख हुआ।
एक दिल अज्जू ने पड़ोसियों को अपने घर बुला कर कहा, ’भाइयों, जादूगर जादू वगैरह कुछ नहीं जानता। आप लोग उसकी बातों में आकर अपने रूपए बरबाद न किया करो। वह जो दिखाता है वह जादू नहीं बल्कि विज्ञान का चमत्कार है। जैसा वह करता है, वैसा मैं और आप सभी कर सकते हैं। भक्कू ने अज्जू की बात काट कर कहा, ’वह सचमुच का जादूगर है। उसका जादू तुम भी देखोगे तो मान जाओगे।
वहां हाजिर सभी लोगों ने भक्कू की बात का समर्थन किया। अज्जू ने उन्हें बहुत समझाया लेकिन कोई भी समझने को तैयार नहीं हुआ।
तब अज्जू ने कहा, ’ठीक है, तुम लोग नहीं मानते तो मैं इस बात को प्रमाणित कर के दिखाऊंगा कि जादूगर द्वारा किए जाने वाले चमत्कारी कार्य जादू नहीं, बल्कि विज्ञान के चमत्कार हैं। जिस दिन आसपास के गांव में उसका कार्यक्रम हो, मुझे बुला लेना।
अज्जू की बात पर सभी राजी हो गए।
एक दिन पास के गांव में जादूगर ने जादू दिखाने के लिए अपना डेरा जमाया। जादूगर चमचमाते हुए कपड़े पहन कर जादू दिखाने के लिए तैयार था। जादू देखने अज्जू के साथ उसके गांव के बहुत सारे लोग पहुंचे थे।
जादूगर ने जादू शुरू किया। वह एक टोकरी, जिस में कुछ छोटी-छोटी लकड़ियां तथा अन्य वस्तुएं थीं, निकाल कर बोला, ’देखो, यह हवन कुंड है। मैं इस में पानी छिड़कूंगा। फिर मेरे जादू के बल पर हवन कुंड की लकड़ियां जल उठेंगी’, और उसने टोकरी में पानी छिड़का। वहां खड़ी भीड़ ने देखा, वास्तव में लकड़ियों में आग लग गई।
जादूगर ने फिर जोश के साथ कहा, ’यह आग मेरे जादू के प्रभाव से लगी है। यदि विश्वास न हो तो तुम में से कोई भी ऐसा कर के देख सकता है।
नंदू भीड़ से उठा और जादूगर से बोला, ’मुझे ऐसा कर के देखने दो।
जादूगर ने नंदू को एक गिलास पानी और हवन सामग्री वाली टोकरी दी। नंदू ने टोकरी में पानी डाला लेकिन कुछ नहीं हुआ।
जादूगर ने दर्शकों से कहा, ’देखा, इसके द्वारा लकड़ियां में आग नहीं लगी। यह आग केवल मेरे जादू के प्रभाव से ही लगती है।
अचानक अज्जू भीड़ से निकल कर जादूगर के पास पहुंचा और बोला, ’लाओ, मैं तुम्हें लकड़ियों में आग लगा कर दिखाता हूं। यह आग विज्ञान के चमत्कार से लगती है। इस खेल में तुम्हारे जादू का कोई प्रभाव नहीं है। तुम लोगों को बेवकूफ बना रहे हो।’
जादूगर बोला, ’सोच लो, जादूगर की खिल्ली उड़ाना महंगा पड़ सकता है। मैं अपने जादू से तुम्हें गायब कर सकता हूं,’ कह कर उसने अज्जू को पानी भरा गिलास और हवन वाली टोकरी दी।
अज्जू ने विरोध करते हुए कहा, ’ मुझे वह गिलास दो जिस का पानी तुम लकड़ियों पर छिड़कते हो।’
पोल खुलते देख जादूगर घबरा गया। कांपते हुए बोला, ’मेरे गिलास में पानी है और इस गिलास में भी पानी है।
अज्जू ने अपने मित्रों से कहा, ’तुम सब जादूगर और उस के साथी को पकड़ लो।’
मित्रों ने वैसा ही किया। अज्जू ने जादूगर का गिलास सामने रख कर हाजिर भीड़ से कहा, ’भाइयो, इस गिलास में पानी नहीं बल्कि ग्लिसरॉल (शुद्ध ग्लिसरीन) है और टोकरी की लकड़ियों में पोटेशियम परमेगनेट डला हुआ है। जब पोटेशियम परमेगनेट पर ग्लिसरॉल डाला जाता है तो आग जल उठती है, कह अज्जू ने गिलास के ग्लिसरॉल को लकड़ियों पर डाला तो उस में आग लग गई।
अज्जू फिर बोला, ’भाइयो, यह जादूगर बन कर आप लोगों को डरा धमका कर लूटता रहा। यह जादू नहीं है बल्कि विज्ञान का खेल है।
वहां हाजिर लोग जादूगर को मारने दौड़े। जादूगर ने हाथ जोड़ कर कहा, ’भाइयो, मुझे माफ कर दो। अब मैं जादू के बहाने किसी को नहीं लूटूंगा।
तुम जादू दिखाते हो, ठीक करते हो लेकिन तुम्हें लोगों के सामने यह बात स्पष्ट कर देनी चाहिए कि यह सब विज्ञान का चमत्कार है और ऐसा हर कोई व्यक्ति करने में सक्षम है। तुम विज्ञान की साधारण सी बातों को चमत्कार बता कर जबरदस्ती डरा धमका कर लोगों की जेब से पैसे निकलवाते रहे। अब इस की सजा तो तुम्हें मिलेगी ही’,
अज्जू ने जादूगर से कहा।
फिर जादूगर को पुलिस के हवाले कर दिया गया। 
 

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