महाकुंभ नगर, फिल्म जगत से अध्यात्म के क्षेत्र में आईं और हाल ही में किन्नर अखाड़ा में महामंडलेश्वर पद पर आसीन हुईं ममता कुलकर्णी ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि उर्फ टीना मां ने ‘पीटीआई-भाषा’ से ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा देने की पुष्टि की।
ममता कुलकर्णी ने एक वीडियो संदेश में कहा, “मैं महामंडलेश्वर यमाई ममता नंद गिरि अपने पद से इस्तीफा देती हूं। किन्नर अखाड़े और दूसरे संतों के बीच मुझे महामंडलेश्वर बनाए जाने को लेकर दिक्कत हो रही है।”
उन्होंने कहा, “पच्चीस साल तपस्या के बाद मुझे यह सम्मान दिया गया था। मैंने देखा कि मुझे महामंडलेश्वर पद दिए जाने से कई लोगों को आपत्ति हुई। मैंने चैतन्य गगन गिरि महाराज के सानिध्य में 25 साल घोर तपस्या की।”
उल्लेखनीय है कि किन्नर कथावाचक हिमांगी सखी और ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर कड़ी आपत्ति की थी।
ममता कुलकर्णी ने महामंडलेश्वर का पद छोड़ने के साथ ही इस पद के बदले दो लाख रुपये मांगे जाने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “मैं किन्नर अखाड़े की आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का बहुत सम्मान करती हूं। जहां तक पैसे के लेनदेन की बात है, तीन-चार महामंडलेश्वर और तीन-चार जगद्गुरु के सामने मुझसे दो लाख रुपये मांगे गए थे। जब मैंने कहा कि मेरे पास दो लाख रुपये नहीं हैं तो वहां मौजूद महामंडलेश्वर जय अंबा गिरि ने अपनी जेब से दो लाख रुपये निकालकर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी जी को दिया।”
ममता कुलकर्णी ने कहा, “जिन चंडी देवी की आराधना मैंने की, शायद वहीं मुझे संकेत दे रही हैं कि मुझे इन सब चीज़ों से बाहर निकलना चाहिए।”
ममता कुलकर्णी को 24 जनवरी को किन्नर अखाड़ा में महामंडलेश्वर बनाया गया था।