नयी दिल्ली, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतों की गिनती शनिवार को होगी, जिससे यह तय होगा कि आम आदमी पार्टी (आप) चौथी बार सत्ता में आएगी या फिर 27 साल बाद राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा सरकार बनाएगी।
पिछले दो विधानसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं जीतने के बाद कांग्रेस भी इस बार कुछ बढ़त की उम्मीद कर रही है। कई एग्जिट पोल ने भाजपा को आप पर बढ़त दिखाई है, जो 2015 से दिल्ली में सत्ता में है।
मतगणना की प्रक्रिया सुबह आठ बजे शुरू होगी और शुरुआती रुझान शुरुआती घंटों से ही आने शुरू हो जाएंगे। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, दिल्ली चुनाव के लिए बुधवार को 60.54 फीसदी वोट पड़े।
भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दावा किया है कि उनकी पार्टी करीब 50 सीटें जीतेगी। वहीं, आप ने एग्जिट पोल के अनुमानों को खारिज करते हुए कहा कि वह फिर से सरकार बनाएगी और उसके संयोजक अरविंद केजरीवाल चौथी बार मुख्यमंत्री बनेंगे।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एलिस वाज ने कहा कि मतगणना पर्यवेक्षकों, मतगणना सहायकों और प्रक्रिया के लिए प्रशिक्षित सहायक कर्मचारियों सहित कुल 5,000 कर्मियों को शनिवार को मतगणना के लिए तैनात किया जाएगा।
मतगणना प्रक्रिया की निष्पक्षता को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच वीवीपैट (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल्स) का यादृच्छिक चयन किया जाएगा।
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना के मद्देनजर 19 मतगणना केंद्रों के लिए अर्धसैनिक बलों की दो कंपनियों और दिल्ली पुलिसकर्मियों सहित तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
मतगणना के दिन सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विशेष पुलिस आयुक्त देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘हमने (मतगणना के दिन) सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। मतगणना केंद्रों के अंदर केवल अधिकृत कर्मियों को ही जाने की अनुमति होगी, जहां मोबाइल फोन का उपयोग सख्त वर्जित होगा।’’