न्यूयॉर्क (अमेरिका),वित्त वर्ष 2026 के लिए भारतीय आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) पेशेवरों द्वारा सबसे अधिक मांग वाले एच-1बी वीजा को लेकर प्रारंभिक पंजीकरण अवधि सात मार्च से शुरू होगी और 24 मार्च को समाप्त होगी। अमेरिका की संघीय एजेंसी अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) ने यह जानकारी दी।
एच-1बी वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विशेष व्यवसायों में विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करने की अनुमति देता है, जिसके लिए सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है।
प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस वीजा कार्यक्रम पर निर्भर रहती हैं।
यूएससीआईएस ने बुधवार को कहा कि वित्तीय वर्ष 2026 के लिए विदेशी अतिथि श्रमिकों के वास्ते सबसे अधिक मांग वाले एच-1बी वीजा को लेकर प्रारंभिक पंजीकरण अवधि सात मार्च को दोपहर 12 बजे (भारतीय समयानुसार रात साढ़े 10 बजे) से शुरू होगी और 24 मार्च को दोपहर 12 बजे (भारतीय समयानुसार रात साढ़े 10 बजे) तक चलेगी।
इस अवधि के दौरान, संभावित आवेदनकर्ताओं और प्रतिनिधियों को चयन प्रक्रिया के उद्देश्य से प्रत्येक लाभार्थी को इलेक्ट्रॉनिक रूप से पंजीकृत करने के लिए यूएससीआईएस ऑनलाइन खाते का उपयोग करना होगा और प्रत्येक लाभार्थी के लिए संबंधित पंजीकरण शुल्क का भुगतान करना होगा। पंजीकरण शुल्क 215 अमेरिकी डॉलर है।
एच-1बी वीजा के मुख्य लाभार्थी भारतीय हैं, जो दुनिया भर से बेहतरीन प्रतिभा और कौशल को अपने साथ लाते हैं। भारत से उच्च कौशल वाले पेशेवर भारी संख्या में एच-1बी वीजा प्राप्त करते हैं।