महाकुंभ नगर, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से आयोजित महाकुंभ में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में अब तक डुबकी लगाने वाले साधु-संतों और श्रद्धालुओं, कल्पवासियों की संख्या 40 करोड़ के पार पहुंच गई है।
सरकार द्वारा जारी बयान के मुताबिक, शुक्रवार सुबह तक महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं और अकेले शुक्रवार को सुबह 10 बजे तक 42.07 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया।
अभी महाकुंभ मेला संपन्न होने में 19 दिन शेष हैं और ऐसे में सरकार का अनुमान है कि डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 50 करोड़ के पार जा सकता है।
तीनों अमृत स्नान (मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी) के बाद भी श्रद्धालुओं के जोश और उत्साह में कोई कमी नहीं दिख रही है। देश और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं।
इस भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने 12 फरवरी तक माध्यमिक स्कूलों की कक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से संचालित करने का निर्णय लिया है ताकि छात्र-छात्राओं को असुविधा न हो।
बयान के मुताबिक, ‘‘सर्वाधिक आठ करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया था, जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर डुबकी लगाई। एक फरवरी और 30 जनवरी को दो-दो करोड़ से अधिक और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया था। बसंत पंचमी पर 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में डुबकी लगाई।’’
महाकुंभ में अभी तक संगम में स्नान करने वाले अति विशिष्ट व्यक्तियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ (मंत्रिमंडल समेत) शामिल हैं।
इनके अलावा प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, श्रीपद नाइक, भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सदस्य सुधा मूर्ति, असम विधानसभा अध्यक्ष विश्वजीत दैमारी समेत कई लोग शामिल हैं।
आगामी 10 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भी महाकुंभ आकर संगम स्नान करने का कार्यक्रम प्रस्तावित है।