लखनऊ, छह फरवरी (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली और बेईमानी करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने यहां पार्टी द्वारा जारी एक बयान में कहा,‘‘मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा सरकार के इशारे पर बड़े पैमाने पर धांधली, बेईमानी हुई। समाजवादी पार्टी ने निर्वाचन आयोग से धांधली, फर्जी मतदान, मतदान केंद्र एजेंटों को धमकी देने, उन्हें मतदान केंद्रों से भगा देने की करीब 500 शिकायतें कीं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।’’
यादव ने कहा कि आयोग को जो काम करना चाहिए, वो वह नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जाति के आधार पर अधिकारी कर्मचारी और ‘बीएलओ (मतदान केंद्र स्तरीय निर्वाचन अधिकारी) तैनात किये।
उन्होंने आरोप लगाया,‘‘अयोध्या के सहायक पुलिस अधीक्षक को भाजपा के लोग लखनऊ से निर्देश दे रहे थे। भाजपा चुनाव में बेईमानी करती है। मैंने अपनी कई प्रेसवार्ता में कहा था कि मीडिया मिल्कीपुर में जाकर देखे कि यहां किस तरह से चुनाव हो रहा है।’’
सपा नेता ने आरोप लगाया कि चुनाव निष्पक्ष और भयमुक्त होना चाहिए, लेकिन भाजपा सरकार ने पुलिस प्रशासन के जरिए खुलेआम धांधली की है।
उन्होंने कहा, ‘‘फर्जी वोट डलवाए। मतदाताओं को वोट डालने से रोकने के लिए धमकाया गया। ’’
यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल से शिकायतें की गईं लेकिन एक भी शिकायत पर आयोग ने कार्रवाई नहीं की।
उन्होंने पहले भी उपचुनाव में लूट होने का दावा करते हुए कहा कि अगर उस समय आयोग ने सख्त कार्रवाई की होती तो मिल्कीपुर में निष्पक्ष चुनाव होता, लेकिन मिल्कीपुर में निष्पक्ष चुनाव नहीं हुआ।
पिछले साल लोकसभा चुनाव में फैजाबाद लोकसभा सीट जीतने के बाद सपा सांसद अवधेश प्रसाद द्वारा मिल्कीपुर सीट खाली करने के बाद उपचुनाव की जरूरत पड़ी।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस सीट पर पांच फरवरी को शाम पांच बजे तक 65.25 फीसदी वोट डाले गए।
सपा जहां सीट बरकरार रखने की कोशिश कर रही है, वहीं भाजपा इस चुनाव को फैजाबाद में अपनी हार का बदला लेने के अवसर के रूप में देख रही है।
वर्ष 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट पर भाजपा हार गयी थी।