निवेशकों के सतर्क रुख से लगातार दूसरे दिन गिरा बाजार, सेंसेक्स 213 अंक फिसला

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मुंबई, छह फरवरी (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति आने के पहले निवेशकों के सतर्कता बरतने और विदेशी संस्थागत निवेशकों की ताजा निकासी के बीच बृहस्पतिवार को घरेलू शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही। सेंसेक्स 213 अंक कमजोर हो गया जबकि निफ्टी में 93 अंकों की गिरावट रही।

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 213.12 अंक यानी 0.27 प्रतिशत गिरकर 78,058.16 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 427.29 अंक गिरकर 77,843.99 पर आ गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी 92.95 अंक यानी 0.39 प्रतिशत गिरकर 23,603.35 पर आ गया।

सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से भारती एयरटेल, टाइटन, एनटीपीसी, भारतीय स्टेट बैंक, आईटीसी, टाटा स्टील, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स के शेयर नुकसान के साथ बंद हुए।

इसके उलट अदाणी पोर्ट्स, इन्फोसिस, एक्सिस बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टेक महिंद्रा और इंडसइंड बैंक के शेयर बढ़त हासिल करने में सफल रहे।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 1,682.83 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की।

विश्लेषकों का कहना है कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के नीतिगत रेपो दर पर निर्णय के पहले निवेशकों का रुख सतर्क बना रहा। एमपीसी की बैठक बुधवार को शुरू हुई और शुक्रवार को इसके फैसले की जानकारी दी जाएगी।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “व्यापार युद्ध छिड़ने के बीच ब्याज दरों में संभावित कटौती पर आरबीआई के फैसले का इंतजार कर रहे निवेशकों के कारण बेंचमार्क सूचकांकों में मामूली गिरावट देखी गई। धीमी वृद्धि को तेज करने के लिए खपत बढ़ाने पर सरकार के ध्यान के बावजूद व्यापक बाजार सतर्क रहा।”

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग सकारात्मक क्षेत्र में बंद हुए।

यूरोप के अधिकांश बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। बुधवार को अमेरिकी बाजारों में तेजी दर्ज की गई थी।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.60 प्रतिशत बढ़कर 75.06 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

बुधवार को सेंसेक्स 312.53 अंक गिरकर 78,271.28 और निफ्टी 42.95 अंक गिरकर 23,696.30 पर बंद हुआ था।

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