नयी दिल्ली, चार फरवरी (भाषा) स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि भविष्य की महामारियों और स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों से निपटने के लिए देश में बहुत मजबूत प्रणाली है।
नड्डा ने पिछले 10 साल में, खासकर कोविड-19 महामारी के बाद, देश की स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र किया।
राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में भारत ने साबित कर दिया है कि उसके पास आने वाली किसी भी महामारी से निपटने के लिए मजबूत प्रणाली है।
भारत की क्षमता का जिक्र करते हुए नड्डा ने कहा कि देश में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) है, जो इस संबंध में निगरानी करता है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह शीर्ष निकाय है जो बीमारियों और अन्य उभरते वायरस उत्परिवर्तन पर नजर रखता है।’’ उन्होंने कहा कि एनसीडीसी के तहत देश में एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम है।
नड्डा ने कहा कि देश में त्वरित प्रतिक्रिया दल (आरआरटी) और स्वास्थ्य नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए विकेन्द्रीकृत बहु-विषयक टीमें हैं। किसी भी महामारी से निपटने की क्षमता के संबंध में उन्होंने कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की 150 प्रयोगशालाएं और वायरल अनुसंधान निदान प्रयोगशालाएं हैं। इसके साथ ही पुणे में विश्वस्तरीय राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान है।
नड्डा ने कहा, ‘‘इस प्रकार, हमारे पास एक बहुत ही मजबूत प्रणाली है और जहां भी कोई महामारी या महामारी की आशंका होती है, ये प्रयोगशालाएं पुष्टि करती हैं कि किस प्रकार का उत्परिवर्तन हो रहा है, क्या परिवर्तन हो रहा है, किस प्रकार की दवा या किस प्रकार का उपचार दिया जाना है।’’