स्वीडिश शासन मॉडल चाहते हैं या पाकिस्तान जैसा ‘नाकाम देश’ ?: सत्येंद्र जैन

0
satendra_jain-sixteen_nine

नयी दिल्ली, तीन फरवरी (भाषा) दिल्ली विधानसभा चुनाव के तहत बुधवार को होने वाले मतदान से ठीक पहले, आम आदमी पार्टी(आप) के नेता सत्येंद्र जैन ने कहा है कि लोगों को यह निर्णय करना चाहिए कि वे स्वीडन और फ्रांस जैसे विकसित राष्ट्रों के शासन मॉडल का अनुकरण करना चाहते हैं या पाकिस्तान और यूगांडा जैसा ‘‘नाकाम देश’’ बनना चाहते हैं।

जैन ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक साक्षात्कार में, ‘आप’ की कल्याणकारी नीतियों का बचाव करते हुए कहा कि मुफ्त चिकित्सा सुविधा, शिक्षा और बुनियादी ढांचा राष्ट्र की प्रगति के लिए आवश्यक हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम मुफ्त कल्याणकारी योजनाएं प्रदान करने में गलत हैं, तो स्वीडन, फ्रांस और डेनमार्क जैसे विकसित देश भी गलत हैं। ये देश दशकों से करदाताओं के पैसे को जन कल्याण में निवेश कर रहे हैं, ठीक वैसे ही जैसे हम कर रहे हैं।’’

शकूर बस्ती सीट से ‘आप’ के उम्मीदवार जैन ने पिछले सात दशकों में अन्य राजनीतिक दलों द्वारा अपनाये गए दृष्टिकोण की आलोचना की।

जैन ने कहा, ‘‘78 वर्षों तक सरकारों ने जन कल्याण पर पर्याप्त खर्च नहीं किया। इससे क्या हासिल हुआ? हमारा यह कहना है कि हम लोगों को प्राथमिकता देंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सवाल यह है कि क्या हम विकसित देशों के रास्ते पर चलेंगे या युगांडा और पाकिस्तान जैसे नाकाम मॉडल का अनुसरण करेंगे?’’

‘आप’ सरकार की मुफ्त बिजली और मोहल्ला क्लीनिक जैसी प्रमुख योजनाओं को लागू करने में अहम भूमिका निभाने वाले जैन ने कहा कि सामाजिक कल्याण एक निवेश है न कि खर्च।

उन्होंने सवाल किया, ‘‘भाजपा और अन्य दल इसे ‘रेवड़ी’ कहते हैं, लेकिन स्कैंडिनेवियाई देश भी तो मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा और शिक्षा प्रदान करते हैं? क्या हमें उन्हें भी नाकाम कहना चाहिए?’’

वर्ष 2013 से शकूर बस्ती का प्रतिनिधित्व कर रहे तीन बार के विधायक ने सड़क निर्माण, सीवर लाइन बिछाने, जिम खोलने और बच्चों के लिए खेल के मैदान उपलब्ध कराने सहित अपने अन्य कामों को रेखांकित किया।

उन्होंने दावा किया, ‘‘पिछले 40 सालों में मैं विकास लाने वाला और विभिन्न सोसाइटी में स्ट्रीट लाइट लगवाने वाला पहला व्यक्ति हूं।’’

भाजपा पर निशाना साधते हुए जैन ने कहा कि ‘आप’ विकास के आधार पर वोट मांगती है, जबकि केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ‘‘गुंडागर्दी’’ के भरोसे है। उन्होंने कहा कि वे चुनाव प्रचार में पाकिस्तान का जिक्र करते हैं, ‘‘लेकिन शासन पर ध्यान कहां है?’’

भाजपा ने जैन के खिलाफ करनैल सिंह को मैदान में उतारा है और कांग्रेस ने सतीश लूथरा को टिकट दिया है।

जैन ने करनैल सिंह पर भी कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘भाजपा ने एक ऐसे उम्मीदवार को मैदान में उतारा है जो शकूर बस्ती से नहीं है, दिल्ली से नहीं है और भारत से भी नहीं है। उसका उम्मीदवार अमेरिका से आया एक प्रवासी है। अगर वह (सिंह) जीत जाते हैं तो क्या लोग उनसे अपना काम कराने के लिए अमेरिका जाएंगे?’’

भाजपा के इस दावे के बीच कि जमानत की शर्तों के कारण केजरीवाल मुख्यमंत्री के रूप में काम नहीं कर सकते, जैन ने इस अटकल को खारिज कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘यह मामला 20 साल तक और चलेगा। क्या इसका मतलब यह है कि उन्हें दो दशकों तक राजनीति से बाहर रहना चाहिए? यह लोकतंत्र नहीं है – यह राजनीतिक विरोधियों को खत्म करने की रणनीति है।’’

दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच फरवरी को मतदान होना है और मतगणना आठ फरवरी को होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *