भोजन खाना भी कला है

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 भोजन निश्चित समय पर ही करना चाहिए।
 खाने के बीच में बार-बार पानी नहीं पीना चाहिए।
 खाते समय मुंह से आवाज़ नहीं निकालनी चाहिए।
 खाने से पहले अच्छी तरह हाथ धोने चाहिए।
 खाने के बाद अच्छी तरह कुल्ला व दांत साफ करने चाहिए।
 रात्रि का भोजन रात आठ बजे तक कर लेना चाहिए।
 अपने भोजन में अंकुरित दालों का उपयोग करना चाहिए।
 जितनी भूख हो, उतना ही लें। अधिक भोजन लेकर बर्बाद न करें।
 बासी खाना नहीं खाना चाहिए।
 भोजन संतुलित व सुपाच्य होना चाहिए।
 एक ही समय में बहुत सारी चीजें़ एक साथ नहीं खानी चाहिए।
दिन के खाने के बाद आराम करना चाहिए और रात्रि के खाने के बाद सैर करनी आवश्यक होती है।
 बहुत तला और मिर्च-मसालों वाला खाना नहीं खाना चाहिए।
 कच्ची सब्ज़ियों व सलाद को अच्छी तरह धोकर प्रयोग में लाना चाहिए।
 खाना आराम से बैठकर खाना चाहिए।
 खाना प्रसन्नतापूर्वक खाएं। खाने का निरादर न करें। खाना जल्दी-जल्दी न खायें।
बातें करते हुए भोजन खाने से खाना श्वास नली में जा सकता है।
 खाना खाते समय बीच में बार-बार नहीं उठना चाहिए।
 भोजन स्वच्छ स्थान पर बैठकर खाना चाहिए।
 भोजन करने से पहले भगवान को याद करके धन्यवाद देना चाहिए।

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