नयी दिल्ली, तीन फरवरी (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को कहा कि भारत कृत्रिम मेधा (एआई) और हरित ऊर्जा क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है और वैश्विक आर्थिक वृद्धि में प्रमुख चालक के रूप में उभर रहा है।
यहां 16वें वित्त आयोग की बैठक से ठीक पहले संवाददाता सम्मेलन में नायडू ले कहा कि दावोस में आयोजित विश्व आर्थिक मंच में भारत के विकास पथ में वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण रुचि दिखी।
तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ भारत वैश्विक आर्थिक वृद्धि के लिए आकर्षण का केंद्र है।’’
नायडू ने 1995 की आईटी क्रांति व वर्तमान विकास के बीच समानताएं बताते हुए कहा कि एआई आज के समय की जरूरत बन गई है और इसका इस्तेमाल सभी क्षेत्रों में हो रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘ 1995 में यह सूचना प्रौद्योगिकी थी और 2025 में यह एआई है। उस समय मैं इसका हिस्सा था और आज भी मैं इसका हिस्सा हूं और सत्ता में हूं।’’
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि कृत्रिम मेधाा और हरित ऊर्जा पहल खासकर से हरित हाइड्रोजन उत्पादन… दो प्रमुख विषय हैं जो दावोस में चर्चाओं में छाए रहें।
उन्होंने हरित ऊर्जा समाधानों और ‘डाउनस्ट्रीम’ उद्योगों के माध्यम से ‘ग्लोबल वार्मिंग’ को कम करने पर अधिक ध्यान देने की भी वकालत की।