राष्ट्रीय रिकॉर्ड दोबारा तोड़ना और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक है प्रवीण का लक्ष्य

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प्रवीण-चित्रावेल

विजयनगर (कर्नाटक),  राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक और एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता त्रिकूद खिलाड़ी प्रवीण चित्रावेल महाद्वीपीय खेलों में एक बार फिर पदक जीतने को लेकर आश्वस्त हैं लेकिन उनका लक्ष्य अगले साल स्कॉटलैंड के ग्लास्गो में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतना है।

प्रवीण बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल 2022 की त्रिकूद स्पर्धा में कांस्य पदक विजेता से सिर्फ तीन सेंटीमीटर पीछे रहे थे। तमिलनाडु का यह खिलाड़ी 16.89 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ इन खेलों में चौथे स्थान पर रहा था जबकि बरमूडा के जाह-एनहाई पेरिनचीफ ने 16.92 मीटर के प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता था। भारत के ही एलधोस पॉल (17.03 मीटर) और अब्दुल्ला अबुबाकर (17.02 मीटर) ने इस स्पर्धा में क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीता था।

प्रवीण का लक्ष्य इस साल 17.37 मीटर के अपने निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार करने का है जबकि वह ग्लास्गो 2026 राष्ट्रमंडल खेलों में पोडियम में शीर्ष स्थान हासिल करना चाहते हैं।

यहां इंस्पायर इंस्टीट्यूफ ऑफ स्पोर्ट्स (आईआईएस) में ट्रेनिंग कर रहे प्रवीण ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं अब भी और अधिक उपलब्धियां हासिल करने के लिए प्रयास कर रहा हूं, जैसे ओलंपिक, विश्व कप, विश्व चैंपियनशिप, एशियाई खेल, राष्ट्रमंडल खेल, सब कुछ। मैं एशियाई खेलों का पदक विजेता हूं, मैंने राष्ट्रमंडल खेलों में दो सेंटीमीटर (तीन सेंटीमीटर) से पदक गंवा दिया था। मेरे पास एशियाई इंडोर चैंपियनशिप का पदक, और युवा ओलंपिक का पदक है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि मैं एशियाई खेल (आइची-नागोया 2026) में पदक जीतूंगा लेकिन मैं राष्ट्रमंडल खेलों (2026 में) में स्वर्ण पदक जीतना चाहता हूं, निश्चित रूप से राष्ट्रमंडल खेलों की वजह से मैं अब भी ठीक से सो नहीं सकता।’’

राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन स्कॉटलैंड के ग्लास्गो में 23 जुलाई से दो अगस्त 2026 तक किया जाएगा जबकि आइची-नागोया 2026 एशियाई खेल जापान में 17 सितंबर से चार अक्टूबर क होंगे।

तेइस साल के प्रवीण ने कहा कि इस वह 2025 में अपने राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 17.37 मीटर है, यह एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड है इसलिए मैं फिर से राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ना चाहता हूं। मैंने 2023 में ऐसा किया था और 2025 में फिर से राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ना चाहता हूं।’’

प्रवीण ने कहा, ‘‘मैं इस साल विश्व इंडोर चैंपियनशिप, एशियाई चैंपियनशिप, विश्व ओपन चैंपियनशिप और फिर डाइमंड लीग पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं।’’

प्रवीण ने 2023 में क्यूबा के हवाना में प्रुएबा डि कनफ्रोनटेसिन एथलेटिक्स मीट में 17.37 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक जीतते हुए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था।

इस स्टार खिलाड़ी ने कहा कि परिवार के कई सदस्यों के खेलों से जुड़े होने और पढ़ाई में काफी अच्छा नहीं होने के कारण उनके लिए खेलों से जुड़ने का फैसला करना अधिक मुश्किल नहीं था।

प्रवीण ने कहा, ‘‘मेरा परिवार खेलों में रहा है, मेरे चाचा, मेरे पिताजी कबड्डी खेलते थे। मैं भी पहले कबड्डी खेलता था, फिर मेरे पिता ने कहा कि जब आपके लिए अच्छा हो तो आप व्यक्तिगत खेलों को खेल सकते हैं। टीम खेल ऐसा नहीं है कि हर व्यक्ति हर बार आपके साथ आए इसलिए व्यक्तिगत रूप से आप अपने लिए नाम बना सकते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पढ़ाई में मैं काफी अच्छा नहीं था लेकिन खेल मुझे अधिक सहज लगे इसलिए मैंने इनसे जुड़ने का फैसाल किया।’’

प्रवीण ने कहा कि शुरुआत में सुविधाओं की कमी थी लेकिन नतीजे हासिल करने के बाद उन्हें सुविधाएं मिलने लगीं।

तमिलनाडु के थंजावुर जिले के इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ नहीं, मेरे गांव में हमारे पास कोई सुविधा नहीं थी लेकिन मैं अपने राज्य और जिले में क्षेत्रीय और जिलास्तरीय प्रतियोगिताओं में जगह बना रहा था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद सातवीं कक्षा के दौरान मुझे चेन्नई में हॉस्टल मिला, 10 या 11 साल की उम्र में, फिर मुझे सुविधाएं मिलने लगीं।’’

 

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