भुवनेश्वर, 23 जनवरी (भाषा) ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी बृहस्पतिवार को कटक में ‘पराक्रम दिवस’ कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे।
सुभाष चंद्र बोस की जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
ओडिशा के कटक में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर पहली बार पराक्रम दिवस मनाया जा रहा है। कटक, बोस की जन्मस्थली है और यह समारोह ऐतिहासिक बाराबती किले में आयोजित किया जा रहा है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक वीडियो संदेश देंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘आज (बृहस्पतिवार) पूर्वाह्न 11 बजकर 25 मिनट पर मैं पराक्रम दिवस कार्यक्रम में अपना संदेश साझा करूंगा। यह दिन हमारी आने वाली पीढ़ियों को चुनौतियों का सामना करने के लिए सुभाष बाबू की तरह साहस अपनाने के वास्ते प्रेरित करे।’’
मोदी ने बृहस्पतिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में उनका योगदान अद्वितीय है।
सरकार द्वारा 2021 में नेताजी की जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने के फैसले के बाद उस वर्ष कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में पहला कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसके बाद 2022 में नयी दिल्ली के इंडिया गेट में नेताजी की प्रतिमा का अनावरण किया गया और 2023 में अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में 21 द्वीपों का नाम 21 परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं नाम पर रखा गया।
प्रधानमंत्री ने 2024 में दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले में इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया था।
परंपरा को जारी रखते हुए इस वर्ष पराक्रम दिवस समारोह का आयोजन संस्कृति मंत्रालय द्वारा कटक में किया जा रहा है, जो नेताजी का जन्मस्थान है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुरूआत नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित करने और उस घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ होगी, जहां नेताजी का जन्म हुआ था। वर्तमान में उसे नेताजी को समर्पित एक संग्रहालय में बदल दिया गया है।