नयी दिल्ली, भारत की बड़ी आईटी सेवा कंपनियों का प्रदर्शन चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में ‘‘धीमा’’ रहने का अनुमान है।
बाजार पर नजर रखने वाले विश्लेष्कों ने कहा कि ऐसा इसलिए होगा क्योंकि दुनिया भर में विवेकाधीन खर्च पर व्यापक आर्थिक चुनौतियों का प्रभाव जारी है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) 11 अक्टूबर को और इंफोसिस तथा एचसीएल टेक्नोलॉजीज 12 अक्टूबर को अपने वित्त परिणाम घोषित करेंगी। विप्रो वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही के परिणाम अगले हफ्ते 18 अक्टूबर को घोषित करने वाली है।
इस क्षेत्र पर नजर रखने वाले विश्लेषक बड़ी आईटी कंपनियों द्वारा धीमे क्रमिक प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं। उनका कहना है कि पहली तिमाही में देखी गई कमजोरी के जारी रहने का अनुमान है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कहा, ‘हमारा अनुमान है कि 2023-24 की जुलाई-सितंबर अवधि में तिमाही आधार पर शीर्ष पांच कंपनियों की वृद्धि (स्थिर मुद्रा के आधार पर) -1 प्रतिशत (टेक महिंद्रा) से +1.9 प्रतिशत (एचसीएल टेक) के बीच रहेगी।’
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने अपने आय पूर्वावलोकन में कहा कि आईटी सेवा उद्योग की वृद्धि वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में कमजोर रहने का अनुमान है, क्योंकि व्यापक आर्थिक अनिश्चितता विवेकाधीन खर्च पर दबाव डाल रही है।
शेयरखान बीएनपी पारिबा ने कहा, ‘हमें शीर्ष भारतीय आईटी सेवा कंपनियों की आय वृद्धि दर (स्थिर मु्द्रा के आधार पर) तिमाही आधार पर -0.4 प्रतिशत से 1.1 प्रतिशत के बीच और टियर-2 आईटी कंपनियों के लिए 1.5 प्रतिशत से 4.4 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है।’