कोच्चि, 17 जनवरी (भाषा) कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बृहस्तिवार को केरल सरकार से मुनंबम में वक्फ भूमि विवाद को सुलझाने की प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया।
कांग्रेस नेता ने सरकार से अपील की कि इसे सांप्रदायिक मुद्दा नहीं बनाया जाए।
एर्णाकुलम जिले के चेराई और मुनंबम के निवासियों का आरोप है कि ‘‘वक्फ बोर्ड उनकी भूमि और संपत्ति पर अवैध रूप से दावा कर रहा है’’, जबकि उनके पास पंजीकृत दस्तावेज और भूमि कर रसीदें हैं।
मुनंबम गांव के प्रदर्शनकारियों ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से वक्फ बोर्ड के साथ जारी उनके भूमि विवाद का स्थायी समाधान खोजने का आग्रह किया है।
पिछले 96 दिनों से अनशन पर बैठे स्थानीय लोगों से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए थरूर ने कहा, ‘‘यह मुस्लिम-ईसाई मुद्दा नहीं है, यह तकनीकी-कानूनी मुद्दा है और इसे उसी तरह से सुलझाया जाना चाहिए।’’
उन्होंने राज्य सरकार से इस मुद्दे को हल करने के लिए तुरंत कार्रवाई करने का आग्रह करते हुए कहा, ‘‘इसलिए इसे सांप्रदायिक विवाद का रंग नहीं दिया जाए। यह एक प्रशासनिक, कानूनी गड़बड़ी है जिसे जल्द से जल्द स्पष्ट किया जाना चाहिए।’’
तिरुवनंतपुरम से सांसद ने कहा, ‘‘मेरी अपील है कि किसी को भी अब और इंतजार नहीं करना चाहिए और राज्य सरकार को जो कुछ हुआ है, उसके बारे में तथ्यों को दर्ज करने में देरी नहीं करनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जो न्यायिक प्रक्रिया शुरू हुई है, उसे जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए ताकि इन लोगों को उनकी जमीन मिल सके।’’
भारत की आजादी के बारे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने कहा, ‘‘स्वतंत्रता बहुत सारे लोगों के बलिदान और कड़ी मेहनत से मिली है, जिसकी शुरुआत हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से होती है।’’ भागवत ने कहा था कि भारत को राम मंदिर के निर्माण के बाद ‘‘सच्ची आजादी’’ मिली।