जोधपुर, 15 जनवरी (भाषा) स्वयंभू संत आसाराम 2013 के दुष्कर्म मामले में अंतरिम जमानत मिलने के बाद जोधपुर के पाल गांव में स्थित अपने आश्रम पहुंचा। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘वह पिछले कुछ दिनों से शहर के एक आयुर्वेद अस्पताल में भर्ती था और मंगलवार देर रात अपने आश्रम के लिए रवाना हुआ।’’
आजीवन कारावास की सजा पाए स्वयंभू संत को राजस्थान उच्च न्यायालय ने मंगलवार को 31 मार्च तक अंतरिम जमानत दे दी थी। अधीनस्थ अदालत ने 2013 में अपने आश्रम में नाबालिग से दुष्कर्म करने के जुर्म में आसाराम को अप्रैल 2018 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
अंतरिम जमानत की खबर मिलने पर अस्पताल के बाहर आसाराम के अनुयायियों की भारी भीड़ जमा हो गई और बाहर आने पर उन्होंने आसाराम को माला पहनाई। आश्रम पहुंचने पर उसका जोरदार स्वागत भी किया गया।
उसके वकील निशांत बोरा ने कहा कि इस जमानत अवधि के दौरान आसाराम अपनी इच्छानुसार जिस भी जगह चाहे इलाज कराने के लिए स्वतंत्र होगा। हालांकि, उसे जमानत की शर्तों का पालन करना होगा।
पिछले सप्ताह उच्चतम न्यायालय ने आसाराम को दुष्कर्म के एक अन्य मामले में 31 मार्च तक इसी तरह की राहत देते हुए कहा था कि वह कई बीमारियों से ग्रस्त है और उसे इलाज की जरूरत है।