
बच्चों को कभी-कभी खाने में सभी पौष्टिïक तत्व नहीं मिल पाते हैं। हो सकता है कि उन्हें खाना भी काफी मात्रा में न मिल पाता हो या फिर ठीक तरह का खाना नहीं मिल पाता हो। अच्छे पौष्टिïक आहार के न मिलने पर उनका शरीर और दिमाग ठीक से नहीं बढ़ सकते हैं। इन बच्चों को पूरक आहार की जरूरत है। इसका मतलब है कि उन्हें ज्यादा पौष्टिक खाने की चीजों की ज्यादा मात्रा में जरूरत है। तभी वे ठीक से बढेंगे।
चार से छह माह तक बच्चे को ठोस आहार की जरूरत नहीं पड़ती। तब तक माँ का दूध ही उसकी जरूरतों को पूरा कर देता है। चार से छह माह के बाद बच्चे को माँ के दूध के साथ खाने की दूसरी चीजों की भी जरूरत पड़ती है। खाने की ये चीजें हैं- अनाज, दालें, सब्जियां, अंडे, मांस, दूध और फल। बच्चे के आहार में आपको खाने की ये चीजें धीरे-धीरे देना शुरू करना चाहिये। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, वह खाने की वे सभी चीजें खायेगा जो वयस्क (बड़े) लोग खाते हैं।
आप कुछ ऐसी चीजों को बना सकती हैं, जो तैयार होती हैं। उन्हें बना लेने के बाद आपको उन्हें दुबारा नहीं पकाना पड़ेगा।
खाने की दूसरी चीजें हैं दलिया, उपमा और लड्ïडू। ये आप जब भी बच्चे को खिलाना चाहेंगे आपको बनानी पड़ेगी। इनमें से कुछ चीजें व्यावसायिक उत्पादन है जिन्हें आप दुकानों के माध्यम से खरीद सकते हैं।
इन चीजों के पकाने की सबसे अच्छी और सबसे आसान विधि क्या है?
े स्थानीय प्राप्त खाने की चीजें इस्तेमाल करें।
े खाना पकाने की सरल विधियां इस्तेमाल करें।
े मंहगी चीजें या खाना पकाने के मंहगे बर्तन इस्तेमाल न करें।
े यह निश्चय कर लीजिए कि माँ और बच्चा दोनों ही इन विधियों से बनी चीजों के स्वाद, गाढ़ेपन और मात्रा को पसंद करते हैं।
े यह निश्चय कर लीजिए कि मां के दूध के साथ मिलाकर ये चीजें बच्चे की कैलोरी, प्रोटीन और अन्य दूसरे पौष्टिक तत्वों की जरूरत को पूरा करती है।
आप ये पूरक आहार किस तरह तैयार कर सकते हैं?
यहाँ सस्ते और पौष्टिक खाने की कुछ पूरक चीजें बनाने की विधियाँ दी गई है। ये विधियाँ छोटे और ऐसे बच्चों के लिए है जो अभी पाठशाला नहीं जा रहे हैं। आप ये चीजें साधारण दालों, कड़े छिलके के खाने योग्य फल जैसे कि मूंगफली और तिल आदि से बना सकते हैं।
ये हमारे देश में पाई जाने वाली प्रोटीन और कैलोरी चीजों में सबसे अधिक सस्ती खाने की चीजें हैं।
तैयार आहार
सामग्री:- बाजरा (भूसी निकाला हुआ और भुना) 60 ग्राम (चार बड़े चम्मच), मंूग या और कोई दाल 15 ग्राम (एक बड़ा चम्मच), मूंगफली (भुनी हुई) 10 ग्राम (दो छोटे चम्मच), तिल के बीज (भुने हुये) 5 ग्राम (एक छोटा चम्मच), मलाई निकाला दूध का पाउडर 15 ग्राम (एक बड़ा चम्मच)
विधि :- ऊपर लिखी सभी भुनी चीजों को अलग-अलग पीस कर पाउडर बना लीजिए। उसके बाद सभी चीजों को मलाई निकाले दूध के पाउडर के साथ मिला दीजिए। चीजें ऊपर लिखे अनुपात में रखिए। पाउडर के इस मिश्रण को हवा बंद बर्तन में रखिए।
रागी का खाना
सामग्री:- रागी 60 ग्राम (चार बड़े चम्मच), मूंग 15 ग्राम (एक बड़े चम्मच), मूंगफली 10 ग्राम (दो छोटे चम्मच), तिल के बीज (भुने हुए) 5 ग्राम (दो छोटे चम्मच), मलाई निकाला दूध का पाउडर 15 ग्राम (एक बड़ा चम्मच)।
विधि:- रागी को रात भर पानी में भिगोकर रखिए। अगले दिन, पानी निकाल दीजिए। रागी के दानों को एक प्लेट में बिखरा कर रखिए। एक गीले कपड़े से पूरा दिन ढंक कर रखिए। इससे दानों में अंकुर निकल आयेंगे। अगले दिन इन अंकुर वाले दानों को धूप में सुखाइये। उसके बाद रागी को तब तक भूनिए जब तक उसमें से जौ की सी गंध न निकलने लगे।
अब सभी चीजों को अलग-अलग पीस कर पाउडर बना लीजिए। उसके बाद उन्हें मलाई निकाले दूध के पाउडर के साथ मिला लीजिए।
अब इस पाउडर के मिश्रण को हवा बंद बर्तन में रख लीजिए। अगर आपके पास मलाई निकाले दूध का पाउडर नहीं है तो आप उसके बिना भी सब चीजों को मिलाकर रख सकते हैं। लेकिन बच्चे को देने से पहले उसमें 100 मिलीलीटर दूध मिला लें।
सजना
सामग्री:- बाजरा 60 ग्राम (चार बड़े चम्मच), मूंग 15 ग्राम (एक बड़ा चम्मच), चीनी 40 ग्राम (ढाई बड़े चम्मच)।
गेहूं
साबुत गेहूँ 40 ग्राम (ढाई बड़े चम्मच), मंूग 25 ग्राम (डेढ़ बड़े चम्मच), मंूगफली 10 ग्राम (दो छोटे चम्मच), गुड़ 30 ग्राम (दो बड़े चम्मच)।
विधि:- आप ये दोनों चीजे पहले लिखी विधि से बना सकते हैं। सभी चीजों को भून लीजिए। उन्हें अलग-अलग पीस कर पाउडर कर लीजिए। सभी को एक साथ मिला दीजिए। फिर इस मिश्रण को हवा बंद डिब्बे में रखिए। ये चीजें खाने के लिए कैसे दें:-
इस मिश्रण के तीन चम्मच लेकर उसमें थोड़ा सा गर्म पानी मिला दीजिए। चम्मच से उसे चलाकर बच्चे को दीजिए।
खाने की वे चीजें जिन्हें पकाना पड़ता है:-
गेहूँ, चने का दलिया
सामग्री:- गेहूँ का आटा 40 ग्राम (ढाई बड़े चम्मच), साबुत चना 25 ग्राम (डेढ़ बड़े चम्मच), मंूगफली 10 ग्राम (दो छोटे चम्मच), चीनी या गुड़ 40 ग्राम (ढाई बड़े चम्मच), पालक (या अन्य कोई पत्तों वाली सब्जी) 30 ग्राम।
विधि:- गेहूँ के आटे, साबुत चने और मूंगफली को भून लीजिए। उन्हें अलग-अलग पीस लीजिए। उसके बाद सब पाउडरों को एक साथ मिला लीजिए। गुड़ में थोड़ा सा गर्म पानी मिलाइये। इससे पतला रस बन जायेगा। इस रस को पिसी हुई चीजों में मिला दीजिए। पालक को पानी में नरम होने तक उबालिए। उसे पीसकर एक पतले कपड़े में छान लीजिए। इससे सब्जी का सूप बन जायेगा।
सब्जी के इस सूप को चूर्ण में मिला दीजिए। कुछ देर पकाइये। उसे तब तक हिलाते रहिए जब तक कि वह अर्ध ठोस न हो जाए। उसके बाद परोसिए।
मूंगफली के बिस्कुट
सामग्री:- मूंगफली 25 ग्राम (डेढ़ बड़े चम्मच), गेहूँ का आटा 25 ग्राम (डेढ़ बड़े चम्मच), चीनी 20 ग्राम (चार छोटे चम्मच), बेकिंग पाउडर एक चुटकी, नमक स्वाद के अनुसार।
विधि:- मूंगफली और गेहूं के आटे को भून कर पीस लीजिए। दोनों को एक साथ मिलाइये। उसमें बेकिंग पाउडर और नमक मिलाइये। मिश्रण को अच्छी तरह मिलाइये। इस मिश्रण को कड़ा करके गूंथिए। अब इसे चपाती की तरह गोल-गोल बेलिए। फिर बिस्कुट के आकार के टुकड़े काटिये। आप जो आकार चाहें बना लीजिए। इसके लिए आप टिन के ढक्कन इस्तेमाल कर सकते हैं या कोई तीखा औज़ार। बिस्कुटों को धातु की ट्रे (थाली) में रखिए उसके बाद गर्म की हुई बालू के ऊपर एक डेगची में रखिए। डेगची को ढक्कन से ढक दीजिए। गर्म चारकोल के टुकड़े ढक्कन पर रखिए। इससे चारों तरफ एक समान आंच पहुँचेगी।
बिस्कुट जब सुनहरे भूरे हो जाएं, उन्हें निकाल लीजिए। इसमें करीब 20 मिनट लगते हैं। अगर आप ऊपर लिखी मात्रा में ये चीजें इस्तेमाल करते हैं तो आप एक बच्चे के एक दिन भर के लिए काफी बिस्कुट बना सकते हैं।
आप इसी तरह के बिस्कुट चने की दाल, तिल के बीजों, लोबिया और कुल्थी से बना सकते हैं।
चार से छह माह तक बच्चे को ठोस आहार की जरूरत नहीं पड़ती। तब तक माँ का दूध ही उसकी जरूरतों को पूरा कर देता है। चार से छह माह के बाद बच्चे को माँ के दूध के साथ खाने की दूसरी चीजों की भी जरूरत पड़ती है। खाने की ये चीजें हैं- अनाज, दालें, सब्जियां, अंडे, मांस, दूध और फल। बच्चे के आहार में आपको खाने की ये चीजें धीरे-धीरे देना शुरू करना चाहिये। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, वह खाने की वे सभी चीजें खायेगा जो वयस्क (बड़े) लोग खाते हैं।
आप कुछ ऐसी चीजों को बना सकती हैं, जो तैयार होती हैं। उन्हें बना लेने के बाद आपको उन्हें दुबारा नहीं पकाना पड़ेगा।
खाने की दूसरी चीजें हैं दलिया, उपमा और लड्ïडू। ये आप जब भी बच्चे को खिलाना चाहेंगे आपको बनानी पड़ेगी। इनमें से कुछ चीजें व्यावसायिक उत्पादन है जिन्हें आप दुकानों के माध्यम से खरीद सकते हैं।
इन चीजों के पकाने की सबसे अच्छी और सबसे आसान विधि क्या है?
े स्थानीय प्राप्त खाने की चीजें इस्तेमाल करें।
े खाना पकाने की सरल विधियां इस्तेमाल करें।
े मंहगी चीजें या खाना पकाने के मंहगे बर्तन इस्तेमाल न करें।
े यह निश्चय कर लीजिए कि माँ और बच्चा दोनों ही इन विधियों से बनी चीजों के स्वाद, गाढ़ेपन और मात्रा को पसंद करते हैं।
े यह निश्चय कर लीजिए कि मां के दूध के साथ मिलाकर ये चीजें बच्चे की कैलोरी, प्रोटीन और अन्य दूसरे पौष्टिक तत्वों की जरूरत को पूरा करती है।
आप ये पूरक आहार किस तरह तैयार कर सकते हैं?
यहाँ सस्ते और पौष्टिक खाने की कुछ पूरक चीजें बनाने की विधियाँ दी गई है। ये विधियाँ छोटे और ऐसे बच्चों के लिए है जो अभी पाठशाला नहीं जा रहे हैं। आप ये चीजें साधारण दालों, कड़े छिलके के खाने योग्य फल जैसे कि मूंगफली और तिल आदि से बना सकते हैं।
ये हमारे देश में पाई जाने वाली प्रोटीन और कैलोरी चीजों में सबसे अधिक सस्ती खाने की चीजें हैं।
तैयार आहार
सामग्री:- बाजरा (भूसी निकाला हुआ और भुना) 60 ग्राम (चार बड़े चम्मच), मंूग या और कोई दाल 15 ग्राम (एक बड़ा चम्मच), मूंगफली (भुनी हुई) 10 ग्राम (दो छोटे चम्मच), तिल के बीज (भुने हुये) 5 ग्राम (एक छोटा चम्मच), मलाई निकाला दूध का पाउडर 15 ग्राम (एक बड़ा चम्मच)
विधि :- ऊपर लिखी सभी भुनी चीजों को अलग-अलग पीस कर पाउडर बना लीजिए। उसके बाद सभी चीजों को मलाई निकाले दूध के पाउडर के साथ मिला दीजिए। चीजें ऊपर लिखे अनुपात में रखिए। पाउडर के इस मिश्रण को हवा बंद बर्तन में रखिए।
रागी का खाना
सामग्री:- रागी 60 ग्राम (चार बड़े चम्मच), मूंग 15 ग्राम (एक बड़े चम्मच), मूंगफली 10 ग्राम (दो छोटे चम्मच), तिल के बीज (भुने हुए) 5 ग्राम (दो छोटे चम्मच), मलाई निकाला दूध का पाउडर 15 ग्राम (एक बड़ा चम्मच)।
विधि:- रागी को रात भर पानी में भिगोकर रखिए। अगले दिन, पानी निकाल दीजिए। रागी के दानों को एक प्लेट में बिखरा कर रखिए। एक गीले कपड़े से पूरा दिन ढंक कर रखिए। इससे दानों में अंकुर निकल आयेंगे। अगले दिन इन अंकुर वाले दानों को धूप में सुखाइये। उसके बाद रागी को तब तक भूनिए जब तक उसमें से जौ की सी गंध न निकलने लगे।
अब सभी चीजों को अलग-अलग पीस कर पाउडर बना लीजिए। उसके बाद उन्हें मलाई निकाले दूध के पाउडर के साथ मिला लीजिए।
अब इस पाउडर के मिश्रण को हवा बंद बर्तन में रख लीजिए। अगर आपके पास मलाई निकाले दूध का पाउडर नहीं है तो आप उसके बिना भी सब चीजों को मिलाकर रख सकते हैं। लेकिन बच्चे को देने से पहले उसमें 100 मिलीलीटर दूध मिला लें।
सजना
सामग्री:- बाजरा 60 ग्राम (चार बड़े चम्मच), मूंग 15 ग्राम (एक बड़ा चम्मच), चीनी 40 ग्राम (ढाई बड़े चम्मच)।
गेहूं
साबुत गेहूँ 40 ग्राम (ढाई बड़े चम्मच), मंूग 25 ग्राम (डेढ़ बड़े चम्मच), मंूगफली 10 ग्राम (दो छोटे चम्मच), गुड़ 30 ग्राम (दो बड़े चम्मच)।
विधि:- आप ये दोनों चीजे पहले लिखी विधि से बना सकते हैं। सभी चीजों को भून लीजिए। उन्हें अलग-अलग पीस कर पाउडर कर लीजिए। सभी को एक साथ मिला दीजिए। फिर इस मिश्रण को हवा बंद डिब्बे में रखिए। ये चीजें खाने के लिए कैसे दें:-
इस मिश्रण के तीन चम्मच लेकर उसमें थोड़ा सा गर्म पानी मिला दीजिए। चम्मच से उसे चलाकर बच्चे को दीजिए।
खाने की वे चीजें जिन्हें पकाना पड़ता है:-
गेहूँ, चने का दलिया
सामग्री:- गेहूँ का आटा 40 ग्राम (ढाई बड़े चम्मच), साबुत चना 25 ग्राम (डेढ़ बड़े चम्मच), मंूगफली 10 ग्राम (दो छोटे चम्मच), चीनी या गुड़ 40 ग्राम (ढाई बड़े चम्मच), पालक (या अन्य कोई पत्तों वाली सब्जी) 30 ग्राम।
विधि:- गेहूँ के आटे, साबुत चने और मूंगफली को भून लीजिए। उन्हें अलग-अलग पीस लीजिए। उसके बाद सब पाउडरों को एक साथ मिला लीजिए। गुड़ में थोड़ा सा गर्म पानी मिलाइये। इससे पतला रस बन जायेगा। इस रस को पिसी हुई चीजों में मिला दीजिए। पालक को पानी में नरम होने तक उबालिए। उसे पीसकर एक पतले कपड़े में छान लीजिए। इससे सब्जी का सूप बन जायेगा।
सब्जी के इस सूप को चूर्ण में मिला दीजिए। कुछ देर पकाइये। उसे तब तक हिलाते रहिए जब तक कि वह अर्ध ठोस न हो जाए। उसके बाद परोसिए।
मूंगफली के बिस्कुट
सामग्री:- मूंगफली 25 ग्राम (डेढ़ बड़े चम्मच), गेहूँ का आटा 25 ग्राम (डेढ़ बड़े चम्मच), चीनी 20 ग्राम (चार छोटे चम्मच), बेकिंग पाउडर एक चुटकी, नमक स्वाद के अनुसार।
विधि:- मूंगफली और गेहूं के आटे को भून कर पीस लीजिए। दोनों को एक साथ मिलाइये। उसमें बेकिंग पाउडर और नमक मिलाइये। मिश्रण को अच्छी तरह मिलाइये। इस मिश्रण को कड़ा करके गूंथिए। अब इसे चपाती की तरह गोल-गोल बेलिए। फिर बिस्कुट के आकार के टुकड़े काटिये। आप जो आकार चाहें बना लीजिए। इसके लिए आप टिन के ढक्कन इस्तेमाल कर सकते हैं या कोई तीखा औज़ार। बिस्कुटों को धातु की ट्रे (थाली) में रखिए उसके बाद गर्म की हुई बालू के ऊपर एक डेगची में रखिए। डेगची को ढक्कन से ढक दीजिए। गर्म चारकोल के टुकड़े ढक्कन पर रखिए। इससे चारों तरफ एक समान आंच पहुँचेगी।
बिस्कुट जब सुनहरे भूरे हो जाएं, उन्हें निकाल लीजिए। इसमें करीब 20 मिनट लगते हैं। अगर आप ऊपर लिखी मात्रा में ये चीजें इस्तेमाल करते हैं तो आप एक बच्चे के एक दिन भर के लिए काफी बिस्कुट बना सकते हैं।
आप इसी तरह के बिस्कुट चने की दाल, तिल के बीजों, लोबिया और कुल्थी से बना सकते हैं।