नयी दिल्ली, आठ जनवरी (भाषा) कर परामर्शदाता ईवाई इंडिया ने कहा है कि आगामी बजट में निजी पूंजीगत व्यय के प्रोत्साहन, कर सरलीकरण और मांग को बढ़ावा देने के लिए व्यक्तिगत आयकर में कटौती पर ध्यान दिए जाने की उम्मीद है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए केंद्रीय बजट पेश करेंगी।
ईवाई इंडिया ने बजट से जुड़ी उम्मीदों पर जारी एक वक्तव्य में कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 तक आयकर विवादों में 31 लाख करोड़ रुपये से अधिक अटके हुए हैं। इसे देखते हुए आयकर आयुक्त (अपील) के पास लंबित मामलों को निपटाने और अग्रिम मूल्य निर्धारण समझौते एवं सुरक्षित ठिकानों जैसे वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र को मजबूत करने की तत्काल जरूरत है।
ईवाई इंडिया के राष्ट्रीय कर प्रमुख समीर गुप्ता ने कहा, ‘‘हालांकि, प्रत्यक्ष कर संहिता की व्यापक समीक्षा करने में समय लग सकता है लेकिन हम इस बजट में इसके कार्यान्वयन की दिशा में कुछ शुरुआती कदम देख सकते हैं। मुझे मांग को बढ़ावा देने के लिए व्यक्तिगत आयकर में कमी की भी उम्मीद है, खासतौर पर निम्न आय वर्ग के लिए।’’
कर परामर्श एवं लेखांकन से जुड़ी फर्म ने कहा कि बजट से उसकी उम्मीदें रणनीतिक सुधारों पर केंद्रित हैं, जो अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ा सकते हैं। राजकोषीय मजबूती, कर प्रणाली सरलीकरण और निवेश-संचालित वृद्धि पर जोर देने के साथ बजट से टिकाऊ आर्थिक वृद्धि के लिए एक ठोस आधार तैयार होने की उम्मीद है।
ईवाई को कर प्रणाली सरल बनाने और करदाता सेवाओं में सुधार, मुकदमेबाजी को कम करने और कर अनुपालन को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण सुधारों की उम्मीद है।