कनाडा की संसद में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हिटलर की नाजी सेना की तरफ से लड़ने वाले सैनिक को सम्मानित किए जाने को लेकर रूस भड़क उठा है. गुरुवार को रूस के राष्ट्रपति ने व्लादिमीर पुतिन ने इस मुद्दे को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर बड़ा हमला बोला. पुतिन ने ट्रूडो को बेवकूफ बताते हुए कहा है कि उन्होंने स्कूल में पढ़ाई नहीं की है.
कनाडा की हरकतों को लेकर एक कार्यक्रम के दौरान जब पुतिन से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, अगर ट्रूडो नहीं जानते हैं कि युद्ध के दौरान हिटलर और उसके सैनिकों ने रूस के खिलाफ युद्ध लड़ा था तो वे बेवकूफ हैं. इसका मतलब ये है कि उन्होंने स्कूल में पढ़ाई नहीं की. उनके पास बुनियादी ज्ञान नहीं है, लेकिन वे अगर ये बात जानते हैं और उस सैनिक को यूक्रेन और कनाडा का हीरो बताते हैं तो वे खुद विलेन हैं.
पिछले हफ्ते कनाडा में थे यूक्रेनी राष्ट्रपति
दरअसल, रूस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की पिछले हफ्ते कनाडा में थे. शुक्रवार को उन्होंने कनाडा की संसद में भाषण दिया. इस स्पेशल सत्र में शामिल होने के लिए 98 साल के यारोस्लाव हुंका भी न्योता दिया गया था. स्पीकर एंथनी रोटा ने हुंका का परिचय देते हुए उन्हें यूक्रेनी हीरो और कनाडाई हीरो जैसे शब्द इस्तेमाल किए थे. संसद के सदस्यों ने हुंका के सम्मान में तालियां भी बजाई थी.
हुंका को लेकर बाद में खुली पोल
बाद में पता चला कि हुंका दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान हिटलर की कुख्यात नाजी सेना एसएस के सैनिक भी रह चुके थे. एसएस यूनिट जो कि यहूदियों को यातना शिविर में लाने और फिर उनके खिलाफ अत्याचार करने और बर्बरता से उनकी जान लेने के लिए बदनाम थे. जैसे ही हुंका की सच्चाई लोगों के सामने आई कनाडा में संसद के स्पीकर को इस्तीफा देना पड़.
हुंका के सम्मान में तालियां बजाने वाले ट्रूडो लोगों के निशाने पर आ गए. ट्रूडो की पार्टी के सदस्य एंथनी रोटा ने कहा कि संसद में हुंका के सम्मान ने देश के लोगों और समुदायों को पीड़ा पहुंचाई है. इसलिए मैं अपने किए की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं. इसके बाद उन्होंने स्पीकर के पद से इस्तीफा दे दिया.