जयपुर, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने भारत को ‘‘विश्व की प्रमुख आर्थिक शक्ति बनाने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता’’ पर बल दिया और कहा कि कौशल विकास के जरिए उद्यमशीलता को बढ़ावा देकर यह बहुत जल्द संभव हो सकता है।
मिश्र ने शुक्रवार को यहां ‘जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन (जीतो) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि वैश्वीकरण के दौर में व्यवसायों को स्थानीय स्तर पर उत्कृष्ट उत्पाद तैयार करने के साथ-साथ विपणन की नीति को कारगर बनाने की दिशा में भी कार्य करने की आवश्यकता है।
एक सरकारी बयान के अनुसार, राज्यपाल ने युवाओं को ऐसे स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहित किए जाने पर भी जोर दिया जिनसे वे स्वयं तो आत्मनिर्भर हों ही, दूसरों को भी रोजगार प्रदान कर सकें।
मिश्र ने कहा, ‘‘जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन से जुड़े उद्योगपति विश्व स्तर पर ऐसे उत्पाद हमारे यहां विकसित करने में मुख्य भूमिका निभाएं, जिनका देशों में उनकी आवश्यकता के अनुरूप निर्यात हो सके।’’
इस अवसर पर असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने ‘जीतो’ को राष्ट्र निर्माण की अभिनव पहल बताया।
केंद्र सरकार में जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने ‘जीतो’ द्वारा भारत की आर्थिक संपन्नता की दृष्टि से किए जा रहे कार्यों को महत्वपूर्ण बताया।