मेलबर्न, 27 दिसंबर (भाषा ) एक बार फिर रोहित शर्मा सस्ते में आउट हुए और फिर उनके भविष्य को लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई जो लाजमी भी हैं ।
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने ‘7 क्रिकेट’ के लिये कमेंट्री के दौरान कहा ,‘‘ उसके लिये कठिन समय है ।’
उन्होंने कहा ,‘‘ अभी दूसरी पारी और सिडनी टेस्ट की दो पारियां बाकी है । इन तीनों पारियों में अगर वह रन नहीं बनाता है तो सवाल तो उठेंगे ।’’
पैट कमिंस की शॉर्ट गेंद पर यहां चौथे टेस्ट की पहली पारी में भारतीय कप्तान के तीन रन पर आउट होने के बाद सवाल उठने लगे हैं कि वह टेस्ट क्रिकेट से विदा कब लेंगे ।
राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष अजित अगरकर मेलबर्न में है और हो सकता है कि दोनों की भविष्य को लेकर बात भी हुई हो क्योंकि भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है ।
पिछले आठ टेस्ट की 14 पारियों में 11 . 07 की औसत से रोहित ने सिर्फ 155 रन बनाये हैं । एक तो वह फॉर्म में नहीं हैं और स्थिर लग रही प्रारंभिक जोड़ी में बदलाव करके टीम का संतुलन भी बिगड़ गया है । ऐसी अटकलें हैं कि अगर भारत विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिये क्वालीफाई नहीं कर पाता है तो सिडनी उनके कैरियर का आखिरी टेस्ट होगा ।
लेकिन क्या रोहित टीम के लिये सिडनी टेस्ट से खुद को बाहर रखकर फॉर्म में चल रहे केएल राहुल को यशस्वी जायसवाल के साथ पारी का आगाज करने देंगे ।
भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने आईपीएल में अपने खेलने के दिनों में एक बार खुद को बाहर कर दिया था ।
अगर रविचंद्रन अश्विन को यह जताकर संन्यास लेने के लिये विवश किया जाता है कि वह विदेश में पहली पसंद के दो स्पिनरों में से नहीं हैं तो क्या भारतीय कप्तान को यह नहीं बताना चाहिये कि वह टेस्ट में शीर्ष छह में नहीं हैं जिनकी जगह टीम में पक्की है ।
सात सप्ताह बाद वनडे प्रारूप में चैम्पियंस ट्रॉफी खेली जानी है और वनडे में रोहित का कोई सानी नहीं । मौजूदा खराब फॉर्म से उनका मनोबल गिरा होगा लेकिन अगर टेस्ट की जिम्मेदारी हट जाती है तो वह खुलकर खेल सकेंगे ।
रोहित और विराट कोहली दोनों ही खराब फॉर्म में हैं लेकिन अंतर इतना है कि क्रीज पर दोनों कैसे दिखते हैं । कोहली को देखकर अभी भी लगता है कि वह जल्दी ही बड़ी पारी खेलेंगे और पर्थ में उन्होंने शतक जमाया भी ।
एमसीजी पर भी दूसरे दिन वह आत्मविश्वास से भरे दिख रहे थे । दूसरी ओर रोहित आसानी से विकेट गंवाते आये हैं । यहां बहुत ही खराब शॉट खेलकर वह पवेलियन लौटे ।
बतौर कप्तान भी अभी तक इस श्रृंखला में उन्होंने बहुत प्रभावित नहीं किया है । लिहाजा कप्तान को जल्दी ही फैसला लेना होगा । शायद उनकी टीम इसका इंतजार कर रही है ।