पणजी, 25 दिसंबर (भाषा) गोवा में बुधवार को गिरजाघरों में मध्यरात्रि की प्रार्थना सभा के साथ क्रिसमस समारोहों की शुरुआत हुई। इस दौरान शहर में बाजारों और घरों को सजाया गया है।
हजारों श्रद्धालु प्रभु यीशु के जन्म का जश्न मनाने के लिए आधी रात से ही राज्य के गिरजाघरों में पहुंच गए थे। उन्होंने प्रार्थना की और ईसा मसीह की प्रशंसा में ‘कैरोल’ गाए।
लगभग 30 प्रतिशत ईसाई आबादी वाले गोवा के कई हिस्सों में क्रिसमस के मौके पर बुधवार तड़के तक सड़कों और समुद्र तटों पर बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी और पर्यटक देखे गए।
इस त्योहार के साथ ही पर्यटकों के लिए नए साल का जश्न भी शुरू हो गया। पुलिस ने पूरे राज्य में कड़ी गश्त की, जहां क्रिसमस और नए साल के जश्न के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पहले ही पहुंच चुके हैं।
उत्तरी गोवा और दक्षिणी गोवा के पुलिस अधीक्षकों ने रात भर संवेदनशील इलाकों में गश्त की निगरानी की।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने क्रिसमस के अवसर पर लोगों, विशेषकर कैथलिक समुदाय को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह त्योहार शांति, करुणा और सद्भाव के मूल्यों की शिक्षा देता है।
सावंत ने अपने संदेश में कहा कि क्रिसमस शांति और सद्भाव की भावना को पुनर्जीवित करता है।
उन्होंने कहा, “लोगों की भलाई के लिए अपना जीवन त्याग देने वाले यीशु मसीह का जीवन हमें शांति, करुणा, क्षमा, त्याग, भाईचारे और सद्भाव के शाश्वत मूल्यों की शिक्षा देता है।”
मंगलवार को अपने क्रिसमस संदेश में गोवा और दमन के आर्कबिशप फादर फिलिप नेरी कार्डिनल फेराओ ने कहा, “युद्ध, विभाजन और पीड़ा से ग्रस्त संसार में, प्रभु यीशु का जन्म हमें याद दिलाता है कि ईश्वर हमारे साथ है। वह हमें प्रकाश और प्रेम की ओर ले जाता है।”