लखनऊ, 19 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन का प्रतीक माने जाते हैं।
योगी ने कहा कि राजनीतिक अस्थिरता को स्थिरता में बदलना, सुशासन के लक्ष्यों को प्राप्त करना, देश के अंदर अंत्योदय योजना लाना, हर गरीब-वंचित को अधिकार दिलाना, अंत्योदय कार्ड-राशन उपलब्ध कराना, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना पेश करना, अनुसूचित जाति-जनजाति या पिछड़े वर्ग को उनके अधिकार दिलाना और स्वर्णिम चतुर्भुज, विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा व हाईवे अटल जी की देन है।
एक बयान के मुताबिक, योगी ने बृहस्पतिवार को संगीत नाटक अकादमी में सुशासन सप्ताह का शुभारंभ किया। उन्होंने अटल के व्यक्तित्व पर लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारंभ व अवलोकन किया।
अटल के जन्मदिवस की 100वीं वर्षगांठ पर 25 दिसंबर तक सुशासन सप्ताह मनाया जाएगा।
योगी ने कहा, ”भारत मां के महान सपूत, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का यह जन्म शताब्दी वर्ष है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से आज से पूरे देश में सुशासन सप्ताह का शुभारंभ हो रहा है। अटल की पैतृक जन्मभूमि उत्तर प्रदेश है। उन्होंने अपनी कर्मभूमि के रूप में भी उत्तर प्रदेश को ही चुना।”
उन्होंने कहा, ”अटल ने बलरामपुर और लखनऊ से कई बार संसद में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। विदेश मंत्री, प्रधानमंत्री के रूप में भी उन्होंने देश को सक्षम नेतृत्व प्रदान किया। अटल कवि, पत्रकार, साहित्यकार व राजनेता थे। वह सबको साथ लेकर चलने का सामर्थ्य रखते थे। उन्हें भारतीय राजनीति का अजातशत्रु कहा जाता था।”
योगी ने कहा, ”आज से हर जनपद में कार्यक्रम शुरू हुए हैं, जो सप्ताह भर (25 दिसंबर तक) चलेंगे। स्कूली बच्चों के लिए सुशासन पर निबंध लेखन, उच्च शिक्षा स्तर पर भाषण, पेंटिंग प्रतियोगिता, ग्रामीण क्षेत्र में संगोष्ठी का आयोजन हो रहा है। विजेताओं को 25 दिसंबर को सम्मानित किया जाएगा।”
उन्होंने बताया कि 25 दिसंबर की शाम को हर जनपद के स्कूल-कॉलेज में अटल की कविताओं पर आधारित काव्य संध्या भी होगी, जिसमें नवोदित कवि प्रस्तुति देंगे।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, संस्कृति व पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।