नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा ज्योतिरादित्य सिंधिया पर की गई विवादित टिप्पणी को बृहस्पतिवार को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और सदस्यों से कहा कि वे अपने भाषणों में व्यक्तिगत टिप्पणियां करने से बचें।
उन्होंने पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर बुधवार के प्रकरण का उल्लेख किया और कहा कि यह सदन की गरिमा के अनुकूल नहीं है।
बिरला ने कहा, ‘‘सदन में कल जो कुछ हुआ, वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। किसी सदस्य को महिलाओं पर विशेष टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। यह सदन की गरिमा के अनुकूल नहीं है। सदस्यों से अनुरोध है कि उन्हें अपने भाषण में किसी जाति, समाज, महिला, पुरुष पर व्यक्तिगत टिप्पणियों से बचना चाहिए।’’
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि यहां सहमति, असहमति और सकारात्मक रूप से व्यंग्य हुए हैं, लेकिन ऐसी टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए जो सदन की गरिमा के अनुकूल नहीं हो।
उन्होंने सदन को बताया, ‘‘ सदस्य (बनर्जी) ने सदन में क्षमा मांग ली है और लिखित में मुझे दे दिया है।’’
लोकसभा में बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसद बनर्जी की केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर की गई टिप्पणी पर सत्ता पक्ष के सदस्यों के शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही दो बार बाधित होने के बाद तीसरी बार दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी थी।
बनर्जी ने सदन में ‘आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक, 2024’ पर चर्चा में भाग लेते हुए केंद्र सरकार पर कोरोना महामारी के दौरान पश्चिम बंगाल की सरकार को मदद नहीं करने का आरोप लगाया था और जब केंद्रीय नागर विमानन मंत्री सिंधिया ने उनकी बात का विरोध किया तो दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक शुरू हो गई।
इसी बीच, बनर्जी ने सिंधिया के खिलाफ कोई टिप्पणी की और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने तृणमूल कांग्रेस सदस्य के कुछ शब्दों को सदन की कार्यवाही से हटाने का निर्देश दिया।
बाद में बनर्जी ने अपनी टिप्पणी के लिए सिंधिया से माफी मांगी, लेकिन केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह अपने खिलाफ निजी हमले और भारत की महिलाओं के खिलाफ बयान पर विपक्षी सांसद की माफी स्वीकार नहीं कर रहे हैं।