नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (भाषा) मानवाधिकार संरक्षण के लिहाज से 10 दिसंबर के दिन का खास महत्व है। इस दिन को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के तौर पर मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने 1950 में दस दिसंबर को मानवाधिकार दिवस घोषित किया था, जिसका उद्देश्य विश्वभर के लोगों को मानवाधिकारों के महत्व के प्रति जागरूक करना और इसके पालन के प्रति सजग रहने का संदेश देना है।
जेल में बंद ईरानी कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी के बच्चों ने 10 दिसंबर 2023 को नॉर्वे की राजधानी में एक समारोह में उनकी ओर से 2023 का नोबेल शांति पुरस्कार स्वीकार किया।
मोहम्मदी अपने देश में महिलाओं के अधिकारों और लोकतंत्र के लिए अभियान चलाने के साथ-साथ मृत्युदंड के खिलाफ मुखर रही हैं। मोहम्मदी के जुड़वां किशोर बच्चे अली और कियाना रहमानी अपने पिता के साथ पेरिस में निर्वासन में रह रहे हैं।
तेहरान की एक जेल में बंद मोहम्मदी (51) को अक्टूबर में 2023 के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी। ईरान में इससे पहले भी उन्हें कई बार गिरफ्तार किया गया और वह कई साल जेल में रह चुकी हैं।
ईरानी अधिकारियों ने 2022 में पुलिस हिरासत के दौरान जान गंवाने वाली महसा अमीनी के परिवार को 2023 में उनकी ओर से यूरोपीय संघ का शीर्ष मानवीय पुरस्कार ‘‘सखारोव प्राइज फॉर फ्रीडम ऑफ थॉट’’ हासिल करने के लिए फ्रांस के स्ट्रासबर्ग शहर जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया।
महसा अमीनी की के बाद देशभर में व्यापक पैमाने पर प्रदर्शन हुए थे।
देश दुनिया के इतिहास में दस दिसंबर की तारीख में दर्ज कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
1878 : जामिया मिल्लिया इस्लामिया के संस्थापकों में से एक मोहम्मद अली जौहर का रामपुर में जन्म।
1878 : चक्रवर्ती राजगोपालाचारी का जन्म।
1896 : नोबेल पुरस्कार के संस्थापक अल्फ्रेड बर्नहार्ड नोबेल का निधन।
1898 : पेरिस संधि के बाद स्पेन-अमेरिका युद्ध समाप्त हुआ।
1902 : तस्मानिया में महिलाओं को मतदान का अधिकार मिला।
1950 : इस तारीख को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस घोषित किया गया।
1992 : गुजरात में देश की पहली होवरक्राफ्ट सेवा की शुरुआत।
2001 : दिग्गज अभिनेता अशोक कुमार का निधन।
2007 : क्रिस्टीना फर्नांडीज डी किर्चनेर अर्जेंटीना की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं।
2016 : तुर्किये के इस्तांबुल में एक फुटबॉल स्टेडियम के पास दो धमाकों में 38 लोगों की मौत।
2021 : दक्षिणी मेक्सिको में शरणार्थियों को ले जा रहा एक मालवाहक ट्रक पैदल पार पुल पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे 55 लोगों की मौत हो गई और 52 अन्य घायल हो गए।