नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को राजस्थान में ‘राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेशक सम्मेलन’ 2024 का उद्घाटन करेंगे और इस दौरान वह मुख्य अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम को संबोधित भी करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने रविवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
राजस्थान में निवेशक सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री हरियाणा के पानीपत में जीवन बीमा निगम की बीमा सखी योजना की शुरुआत करेंगे और फिर महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर का शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 और राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो का उद्घाटन करेंगे।’’
जयपुर प्रदर्शनी और कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में नौ से 11 दिसंबर तक आयोजित होने जा रहे निवेशक शिखर सम्मेलन का विषय ‘परिपूर्ण, जिम्मेदार, तैयार’ है।
शिखर सम्मेलन जल सुरक्षा, टिकाऊ खनन, टिकाऊ वित्त, समावेशी पर्यटन, कृषि-व्यवसाय नवाचारों और महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप के विषयों पर 12 क्षेत्रीय विषयगत सत्रों की मेजबानी करेगा।
इन तीन दिनों के दौरान प्रवासी राजस्थान सम्मेलन और एमएसएमई सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा।
पीएमओ ने कहा कि राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो में ‘राजस्थान पैवेलियन‘, ‘कंट्री पवेलियन’, ‘स्टार्टअप्स पैवेलियन’ जैसे विषयगत मंडप होंगे। शिखर सम्मेलन में 16 भागीदार देशों और 20 अंतरराष्ट्रीय संगठनों सहित 32 से अधिक देश भाग लेंगे।
पीएमओ ने कहा कि महिला सशक्तीकरण और वित्तीय समावेश के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री पानीपत में ‘बीमा सखी योजना’ की शुरुआत करेंगे।
भारतीय जीवन बीमा निगम की यह पहल 18-70 वर्ष की आयु की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए तैयार की गई है। प्रधानमंत्री भावी बीमा सखियों को नियुक्ति प्रमाणपत्र भी वितरित करेंगे।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री करनाल में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर की आधारशिला भी रखेंगे।
मुख्य परिसर और छह क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र 495 एकड़ में फैले हुए हैं, जिन्हें 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से स्थापित किया जाएगा। विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर अध्ययन के लिए बागवानी का एक कॉलेज होगा और 10 बागवानी विषयों को कवर करने वाले पांच स्कूल होंगे। यह बागवानी प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए फसल विविधीकरण और विश्व स्तर के अनुसंधान की दिशा में काम करेगा।