नयी दिल्ली, 29 नवंबर (भाषा) अदाणी समूह की बाजार में सूचीबद्ध 11 कंपनियों में से नौ के शेयरों में शुक्रवार को बढ़त दर्ज की गई।
बीएसई पर अदाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर 21.72 प्रतिशत, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का 15.56 प्रतिशत, अंबुजा सीमेंट्स का 3.73 प्रतिशत, अदाणी पोर्ट्स का 1.94 प्रतिशत, एसीसी का 1.59 प्रतिशत, अदाणी टोटल गैस का 1.03 प्रतिशत, अदाणी एंटरप्राइजेज का 1.02 प्रतिशत, एनडीटीवी का 0.60 प्रतिशत और अदाणी विल्मर का 0.05 प्रतिशत चढ़ा।
हालांकि, अदाणी पावर के शेयर में 1.01 प्रतिशत और सांघी इंडस्ट्रीज के शेयरों में 0.45 प्रतिशत की गिरावट आई।
इस बीच बीएसई सेंसेक्स 759.05 अंक की बढ़त के साथ 79,802.79 और एनएसई निफ्टी 216.95 अंक चढ़कर 24,131.10 अंक पर बंद हुआ।
इससे पहले अबू धाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (आईएचसी) ने अदाणी समूह के संस्थापक चेयरमैन गौतम अदाणी पर अमेरिका में अभियोग के बावजूद समूह में निवेश को लेकर उसका नजरिया न बदलने का आश्वासन दिया। श्रीलंका बंदरगाह प्राधिकरण और तंजानिया सरकार ने भी अदाणी समूह को पूरा समर्थन देने की बात कही है।
अदाणी समूह का कहना है कि उद्योगपति गौतम अदाणी और उनके भतीजे सागर अदाणी पर कथित रिश्वतखोरी के मामले में अमेरिका के विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम (एफसीपीए) के उल्लंघन का कोई आरोप नहीं लगाया गया है। बल्कि उन पर प्रतिभूति धोखाधड़ी के तहत आरोप लगाया गया है जिसमें मौद्रिक दंड लगाया जा सकता है।
एजीईएल पर आरोप है कि सौर ऊर्जा बिक्री ठेका हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 26.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर की रिश्वत दी गई, जिससे कंपनी को 20 वर्ष की अवधि में दो अरब अमेरिकी डॉलर का लाभ हो सकता था।
कंपनी के अनुसार, एजीईएल के तीन अधिकारियों पर केवल प्रतिभूति धोखाधड़ी की साजिश, वायर धोखाधड़ी की साजिश और प्रतिभूति धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। आम तौर पर ऐसे आरोपों के लिए दंड रिश्वतखोरी की तुलना में कम गंभीर होते हैं।
अदाणी समूह ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए हर संभव कानूनी रास्ता अपनाने की बात कही है।