नयी दिल्ली, 26 नवंबर (भाषा) द्रमुक नेता टी.आर. बालू ने मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शीतकालीन सत्र के दौरान सदन की कार्य सूची में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर चर्चा शामिल करने का आग्रह किया।
बिरला को लिखे पत्र में द्रमुक संसदीय दल के नेता ने दावा किया कि विद्वानों और आम जनता ने इस बात पर व्यापक रूप से गौर किया है कि संविधान की कुछ प्रमुख विशेषताओं का राष्ट्रपति के अभिभाषण में उल्लेख नहीं किया गया, जिनमें ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इसे सरकार द्वारा तैयार और अनुमोदित किया गया होगा।’’
इससे पहले दिन में, मुर्मू ने ‘संविधान दिवस’ के अवसर पर लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया था।
बालू ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति द्वारा दिया गया अभिभाषण एक अनूठा और महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य संवैधानिक मूल्यों को देश के सभी नागरिकों तक पहुंचाना है, ताकि हर देशवासी राष्ट्रपति के भाषण की विषय-वस्तु को समझ सके।’’
द्रमुक नेता ने कहा कि संसद की प्रक्रिया में यह विचार किया गया है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर ‘‘राष्ट्र को और अधिक जागरूक करने के लिए चर्चा की अनुमति दी जानी चाहिए।’’