पर्थ, 20 नवंबर (भाषा ) वाका के मुख्य क्यूरेटर इसाक मैकडोनाल्ड ने बुधवार को कहा कि पर्थ में बेमौसम की बारिश से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में पहले टेस्ट की पिच की तैयारी पर असर पड़ा है और उन्हें इस पर ‘घुमावदार दरारें’ बनने की उम्मीद नहीं है लेकिन इसके बावजूद पिच से काफी उछाल मिलेगा ।
आप्टस स्टेडियम या वाका मैदान की पिचें अपनी रफ्तार और उछाल के लिये मशहूर हैं और सूखे हालात में बनने वाली दरारों से तेज गेंदबाजों को अधिक मदद मिलती है ।
यहां पिछले कुछ दिन से बारिश हो रही है और मंगलवार को पिच पर पूरे दिन कवर बिछे थे जिससे क्यूरेटरों को तैयारी के लिये समय नहीं मिल सका ।
मैकडोनाल्ड ने शुक्रवार से शुरू हो रहे पहले टेस्ट से पूर्व मीडिया से कहा ,‘‘ पारंपरिक तैयारी नहीं हो सकी है । कल पूरे दिन पिच पर कवर बिछे थे । अब अगले दो दिन हम जल्दी तैयारी शुरू करेंगे ।’’
मैच के दिन पर पिच में नमी बनी रहने की उम्मीद है जिससे टेस्ट के पांच दिन इसके टूटने की संभावना नहीं है ।
क्यूरेटर ने कहा ,‘‘ मुझे नहीं लगता कि अब यह पिच टूटेगी । इस पर घुमावदार दरारें पड़ने की संभावना नहीं है लेकिन घास उगने से समान उछाल मिलेगा ।’’
मौसम विभाग ने शुक्रवार के बाद से आसमान साफ रहने की भविष्यवाणी की है लेकिन तापमान बढ सकता है । मैकडोनाल्ड ने जल्दी से धूप खिलने की उम्मीद जताई ताकि पर्थ की पारंपरिक पिच तैयार की जा सके ।
पाकिस्तान ने हाल ही में एक वनडे में आस्ट्रेलिया को यहां 140 रन पर आउट किया था । तब पिच पर चार एमएम घास थी लेकिन भारत और आस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट के दौरान यह दुगुनी हो सकती है ।
मैकडोनाल्ड ने कहा ,‘‘ पिछली बार आठ से 10 एमएम थी । हम अपनी क्यूरेटर टीम से बात कर रहे हैं कि क्या हो सकता है । यह तय है कि पिच में अच्छी रफ्तार और उछाल होगी । ’’