बेंगलुरु, 19 नवंबर (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बेंगलुरु, मैसूर और बेलगावी में तीन समर्पित वैश्विक नवाचार जिले स्थापित करने की मंगलवार को घोषणा की।
उन्होंने यहां बेंगलुरू टेक समिट (बीटीएस) के 27वें संस्करण का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘ ये पार्क राज्य में जीसीसी (ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर) की स्थापना के लिए समर्पित होंगे।’’
उन्होंने कहा कि राज्य ने हाल ही में भारत की पहली समर्पित वैश्विक क्षमता केंद्र (जीसीसी) नीति शुरू की है, जिसका उद्देश्य इन केंद्रों को सशक्त बनाना तथा उनका समर्थन करना है।
इस तीन दिवसीय प्रौद्योगिकी सम्मेलन का आयोजन राज्य सरकार के इलेक्ट्रॉनिक, आईटी और बीटी विभाग द्वारा किया गया है। ऑस्ट्रेलिया इस आयोजन का आधिकारिक साझेदार देश है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘बेंगलुरू ग्लोबल इनोवेशन डिस्ट्रिक्ट’ ज्ञान, कल्याण तथा नवाचार शहर (केडब्ल्यूआईएन सिटी) का हिस्सा होगा, जो नवाचार व अनुसंधान के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में काम करेगा।
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘ क्लस्टर (संकुल) आधारित दृष्टिकोण से हम संतुलित क्षेत्रीय वृद्धि को आगे बढ़ा रहे हैं। इसमें मंगलुरु में वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) नेतृत्व और हुबली-धारवाड़ की ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) तथा ड्रोन में प्रगति से लेकर मैसूरु का पीसीबी (प्रिंटेड सर्किट बोर्ड) क्लस्टर शामिल है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा राज्य जीसीसी के लिए एक पसंदीदा गंतव्य है, जिसका श्रेय इसकी बेजोड़ इंजीनियरिंग प्रतिभा और वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक संख्या में एआई (कृत्रिम मेधा) पेशेवरों को जाता है। ‘निपुण कर्नाटक’ के तहत हमारी पहलों से इसे और मजबूती मिलेगी, जो उद्योग के लिए कार्यबल तैयार करने के वास्ते बनाया गया एक कार्यक्रम होगा।’’
प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन में माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल, एक्सेंचर, आईबीएम और बीएफएसआई कंसोर्टियम के साथ हस्ताक्षरित पांच सहमति ज्ञापनों पर उन्होंने कहा, ‘‘ वे कर्नाटक राज्य में एक लाख लोगों को कौशल प्रदान करने जा रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री ने साथ ही कहा कि मैसूर के निकट कोचनाहल्ली में एक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर (ईएमसी) स्थापित किया जाएगा। यह वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग में कर्नाटक की भूमिका को मजबूत करेगा, रोजगार सृजन करेगा और शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में आर्थिक वृद्धि को गति देगा।