नयी दिल्ली, 15 नवंबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को यहां रिंग रोड स्थित बांसेरा पार्क के प्रवेश द्वार पर महान आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया और कहा कि 15 नवंबर 2025 तक पूरा वर्ष ‘‘आदिवासी गौरव दिन’’ के रूप में मनाया जाएगा।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2021 में घोषणा की थी कि भारत हमेशा इस दिन को ‘‘आदिवासी गौरव दिन’’ के रूप में मनाएगा क्योंकि भगवान बिरसा मुंडा का जन्म इसी दिन झारखंड में हुआ था।
शाह ने कहा, ‘‘मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आज से 15 नवंबर तक पूरा वर्ष आदिवासी गौरव दिन के रूप में मनाया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भगवान बिरसा मुंडा के जीवन को हम दो भागों में बांटकर देख सकते हैं। एक, आदिवासी संस्कृति की रक्षा और दूसरा, देश की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान देने का जज्बा। 25 साल की उम्र में उन्होंने एक ऐसी गाथा लिखी, जिसे 150 साल बाद भी याद किया जाता है।’’
शुक्रवार को शाह ने मुंडा की जिस प्रतिमा का अनावरण किया उसका वजन लगभग 3,000 किलोग्राम है। आज के दिन को ‘जनजातीय गौरव दिन’ के रूप में भी मनाया जाता है।
इस प्रतिमा को पश्चिम बंगाल के दो अनुभवी शिल्पकारों ने तैयार किया है, जिन्होंने सुनिश्चित किया है कि इसके स्वरूप में जीवंतता का भाव समाहित हो।
इस बीच, केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सराय काले खां चौराहे का नाम बदलकर ‘‘भगवान बिरसा मुंडा चौक’’ कर दिया।